भारतीय मौसम विभाग यानी आईएमडी ने कहा कि केरल में मानसून जल्द ही पहुंचने वाला है। आज से 3 से 4 दिन के अंदर मानसून केरल पहुंच जाएगा। पिछली बार की अपेक्षा इस वर्ष मानसून का आगमन थोड़ा विलंब से हो रहा है।
अरब सागर से आने वाला मानसून केरल में 1 जून को प्रवेश कर लेता था परन्तु इस बार यह 7 जून के बाद आने वाला है। आईएमडी ने कहा है कि दक्षिण अरब सागर के ऊपर पश्चिमी हवा में वृद्धि के साथ इसकी स्थितियां भी अनुकूल हो रही है
भारत में मानसून का समय पर आगमन देश की आर्थिक और खाद्यान्न उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कम बारिश होने या मानसून के देर से आने से खाद्यान्न उत्पादन पर भी काफी प्रभाव पड़ता है। जिससे फसल की कम पैदावार की आशंकाएं भी बढ़ जाती हैं।
अरब सागर से उठने वाली ठंडी हवाओं के कारण भारत में मानसून सबसे पहले केरल राज्य में प्रवेश करता है और यहां से होते हुए 5 या 10 दिन के अंतराल पर यह अन्य राज्यों में प्रवेश करने लगता है जैसे 8 या 9 जून तक मानसून भारत में प्रवेश कर जाता है तो 15 से 20 जून के बीच यह मध्य प्रदेश से होते हुए उत्तर प्रदेश,महाराष्ट्र फैल जाएगा। पूरे भारत में सबसे अधिक वर्षा मेघालय राज्य के मासिनराम में होती है और सबसे कम वर्षा राजस्थान में होती है। यहां की जलवायु भी इनके अनुकूल अलग-अलग है। मानसून का हमारे अधिकतर यह प्रभाव सकारात्मक होता है परंतु कभी-कभी यह नकारात्मक भी हो जाता है।