दुनिया की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाले जी-20 देशों के विकास मंत्रियों की बैठक उत्तर प्रदेश के वाराणसी में संपन्न हो गई है।
वाराणसी में चलने वाली जी-20 बैठक में ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर में सोमवार को दिनभर चले विकास मंत्रियों के सम्मेलन में वैश्विक स्तर के सभी देशों की चुनौतियों पर चर्चा और सहमति हुई । इसके साथ ही वाराणसी केंद्र बिंदु बनने से भारत को बड़ी सफलता हासिल हुई है।
इस संकल्प में विकास, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर सभी देशों का आपसी तालमेल बनाने पर भी काफी जोर दिया गया,जो सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगा। इसका प्रमुख लक्ष्य है कि विकास की प्रक्रिया में कोई भी वंचित या पीछे ना रहे।
सतत विकास की संकल्पना
SDG (Sustinable development goals) यानी सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जी 20 देशों के विकास मंत्रियों के सम्मेलन मे भी इस विषय पर चर्चा की गई।
भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर की ओर से आने वाले 7 वर्ष यानी 2030 के लिए प्रस्तुत किए गए 17 लक्ष्यों पर सामूहिक चर्चा का संकल्प दोहराया गया इसके साथ ही पहले से तय किए गए लक्ष्यों को आगे बढ़ाने का भी संकल्प लिया गया।
बनारस की शिल्प कला व सजावट ने विदेशी मेहमानों को किया मोहित..
भारत भूमि की आध्यात्मिक नगरी कहीं जाने वाली वाराणसी में चलने वाली जी-20 सम्मेलन में बनारसी साड़ियों वहां की हस्तशिल्प उत्पादों की चमक ने जी 20 देशों से आए विदेश मंत्रियों एवं अन्य लोगों को काफी आकर्षित किया। विदेशी मेहमानों ने यहां पर खरीदारी करने के साथ-साथ शिल्पकला की बारीकी को भी जाना।
भगवान शिव की नगरी काशी की प्राचीन और इतिहास से लेकर आज तक की वहां की सभी कला, शिल्प को एक जगह संग्रहालय में दिखाया गया है इसमें लाइटों की चमक डिजिटलाइजेशन की देंन है। जिसे देखकर विदेशी मेहमान तो उस पर मंत्रमुग्ध हो गए।