यदि आपके एड़ी में लगातार दर्द हो रहा है और आपको उसके कारण चलने फिरने में समस्या उत्पन्न हो रही हैं तो इसका कारण थकान अथवा कमजोरी भी हो सकता है। हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन व कैल्शियम की कमी हो।
एड़ी में बना रहने वाला दर्द मांसपेशियों, जोड़ों में खिंचाव-दबाव या किसी बीमारी की वजह से हो सकता है।अगर आपको पैरों में लगातार दर्द हो रहा है और आपको इसके पीछे की वजह पता नहीं है तो इसको अनदेखा नहीं करना चाहिए बल्कि इस पर ध्यान देना जरूरी है कि दर्द क्यों हो रहा है?
अपना यह घरेलू तरीके
आईए जानते हैं की एड़ी में दर्द होने पर कौन से घरेलू उपाय अपनाएं जिससे दर्द हो जाए छूमंतर –
- आइस पैक का करें इस्तेमाल– कसरत या चोटों के बाद ब्लड के फ्लो को कम करके एक ठंडा पैक सूजन को कम करता है।
- खूब सारा पानी पीएं– डिहाइड्रेशन के करण भी पैरों में दर्द हो सकता है।
- पैरों को करें मूव– काम पर बैठा रहने के कारण परेशानी हो सकती है।
- योगासन करें ट्राई– योगा आपके लिए थेरेपी की तरह काम कर सकती है।
- अधिक वजन करे कम – अधिक वजन बढ़ाने से भी एड़ी में दर्द बना रहता है
- हल्दी दूध का करें सेवन – हल्दी में इन्फेलैंटोरी पाया जाता है जो शरीर की सूजन को काम करता है इससे भी एड़ी के दर्द में आराम मिलता हैं।
- तेल की मालिश- लौंग के तेल की मालिश रोज करने से भी एडी का दर्द खत्म हो जाएगा
- सेंधा नमक वाले पानी- सेंधा नमक डालकर यदि गर्म पानी में पैरों को सेका जाए तो पैरों का दर्द और एडी का दर्द दोनों ही समाप्त हो जाता हैं और राहत मिलती हैं।
एड़ी में दर्द होने का मुख्य कारण
एड़ी के दर्द के आम कारणों से एक है प्लांटर फेशिआइटिस। इसमें एड़ी की कुशनिंग खराब हो जाती है जिसके बाद टिशूज और मांसपेशियों में काफी दर्द शुरू हो जाता है।
इसके अलावा अर्थराइटिस भी एड़ी में दर्द का कारण बन सकता है। दरअसल, गठिया की बीमारी में एड़ी की कुशनिंग इससे प्रभावित होती है।
साधारण भाषा में कहे तो आयुर्वेद में एड़ी में होने वाले दर्द को वातकण्टक कहा गया है। यह मुख्य रूप से वात एवं कफ दोष के कारण होता है।
एड़ी में दर्द होने के लक्षण
पैरों के निचले हिस्से में दर्द के साथ जलन या कुछ समय के लिए एड़ी से बाहर निकलता हुआ महसूस होना।
-पैरों के तलें में दर्द के साथ जकड़न।
-सोकर उठने के बाद एड़ियों में असहनीय दर्द।
-ज्यादा देर तक खड़ा रहने पर पैरों में दर्द।
-तलवे या एड़ी का उठा हुआ महसूस होना।
-पैर में हल्की सूजन या लाल होना।
-पैरों के तल में जकड़न या कड़ापन।