रामसर संधि के तहत पांच और नए रामसर स्थलों की घोषणा की गई। अब भारत देश में संरक्षित आर्द्रभूमियों / रामसर स्थलों की कुल संख्या बढ़कर 54 हो गई है। तमिलनाडु के करिकीली पक्षी अभयारण्य, पल्लीकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट और पिचवरम मैंग्रोव, मध्य प्रदेश के साख्य सागर तथा मिजोरम की पाला आर्द्रभूमि को रामसर स्थल घोषित किया गया है। आइए जानते हैं रामसर कन्वेंशन साइट से प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न : वर्तमान में भारत में रामसर साइट कितनी है ?
उत्तर : वर्तमान में भारत में 54 रामसर साइट्स हैं।
प्रश्न : रामसर सम्मेलन कब हुआ था ?
उत्तर : रामसर सम्मेलन ईरान के शहर रामसर में 2 फरवरी 1971 को आयोजित किया गया था।
प्रश्न : विश्व आर्द्रभूमि दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर : 2 फरवरी
प्रश्न : भारत का सबसे बड़ा रामसर स्थल कौन सा है ?
उत्तर : पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरबन वेटलैंड भारत का
सबसे बड़ा रामसर स्थल है। यह लगभग 4230 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
प्रश्न : भारत का सबसे छोटा रामसर स्थल कौन सा है ?
उत्तर : हिमाचल प्रदेश में स्थित रेणुका वेटलैंड क्षेत्र भारत का सबसे छोटा रामसर स्थल है। यह लगभग 0.2 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
प्रश्न : भारत में सबसे ज्यादा रामसर स्थल किस राज्य में स्थित हैं ?
उत्तर : भारत में सबसे ज्यादा 10 रामसर स्थल उत्तर प्रदेश राज्य में है।
प्रश्न : विश्व में कुल कितने रामसर स्थल हैं ?
विश्व में कुल 2,437 Ramsar sites हैं।
प्रश्न: भारत के किन स्थानों को सबसे पहले रामसर साइट में शामिल किया गया?
अक्टूबर 1981 में भारत के दो स्थलों को सबसे पहले रामसर स्थल घोषित किया गया था। – ओड़िशा में स्थित चिलिका झील और राजस्थान में स्थित केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान।
प्रश्न : विश्व का पहला रामसर स्थल किसे घोषित किया गया था ?
उत्तर : विश्व का पहला रामसर स्थल 1974 में ऑस्ट्रेलिया में स्थित कोबोर प्रायद्वीप को घोषित किया गया था।
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