बसंत भी हमारे लिए कुछ ऐसी ही उपहार लेकर आता है कुछ ऐसे आनंद लेकर आता है जिससे मन प्रसन्न हो जाता है। प्रकृति जैसे सर्दियों की कठोरता से उभरते हुए वसंत की मधुरता में बदल जाती है वैसे ही मनुष्य का अंदरूनी संसार भी निरंतर विकास और परिवर्तन की प्रक्रिया से गुजरा रहता है