Faster का फुल फॉर्म फॉर्म फास्ट एंड सिक्योर ट्रांसमिशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड(fast and secure transmission of electronic records) है।
भारत के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना द्वारा यह सॉफ्टवेयर लॉन्च किया गया ताकि अदालत के आदेशों को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सुरक्षित और तेजी से प्रसारित किया जा सके तथा साथ ही इसकी माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया जा सकता है की न्यायिक आदेश को सही समय पर संप्रेषित किया गया है अथवा नहीं।
जाने क्या है सॉफ्टवेयर का प्रमुख प्रयोग?
जमानत आदेशों को जल्द से जल्द संप्रेषित करने के लिए इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया गया और इसके माध्यम से सभी आदेशों को तेजी से संप्रेषित किया जाएगा ।
इसमें प्रमाणीकरण उद्देश्यों के लिए सर्वोच्च न्यायालय के अधिसूचित नोडल अधिकारियों के साथ-साथ संस्थागत डिजिटल हस्ताक्षर भी होंगे इस प्रकार बिना अधिक समय गवाएं सभी संबंधित पक्षों को जमानत आदेश प्राप्त होंगे
सभी जमानत आदेशों की तरित कार्यवाही की जाएगी चयनित नोडल अधिकारियों की कुल 1887 ईमेल आईडी को इसमें जोड़ा जाएगा।
प्रमुख उद्देश्य
अभी तक यह देखा जा रहा था कि जमानत आदेश पारित होने के बाद भी जेल अधिकारियों द्वारा कैदियों को रिहा नहीं किया गया क्योंकि प्रमाणित जमानत आदेश की हार्ड कॉपी और लंबे समय के पश्चात पहुंचती थी इस प्रकार सॉफ्टवेयर को लागू करने की आवश्यकता पड़ी ताकि न्यायिक आदेशों को समय पर पहुंचाया जा सके ।भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन का अधिकार को तेजी से लागू किया जा सके और जमानत के आदेशों को समय पर निष्पादित किया जा सके।
फास्टर सॉफ्टवेयर से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु
- उच्च न्यायालय स्तर पर 73 नोडल अधिकारियों को नामित किया गया और उसमें न्यायिक संचार के नेटवर्क के माध्यम से जेल अधिकारियों को भी चयन किया गया।
- इस सॉफ्टवेयर के लिए सुरक्षित पाईथे ईमेल आईडी भी स्थापित की गई।
- फर्स्ट सॉफ्टवेयर के उपयोग के माध्यम से उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित किए गए आदेशों को बिना किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के सुरक्षित रूप से प्रसारित किया जाएगा।
भारत का उच्चतम न्यायालय
भारत में उच्चतम न्यायालय का गठन 28 जनवरी 1950 को किया गया था। वर्तमान में उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एनवी रामना है उच्चतम न्यायालय का मुख्यालय दिल्ली में स्थापित है ।भारत में संवैधानिक निकायों के तहत अपील का अंतिम न्यायालय है।
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