लखनऊ ( उत्तर प्रदेश ) | अपनी खुद की शादी में उत्साह से वायरल वीडियों में पति अमर दुबे की मौजूदगी में अपने परिवार के सदस्यों के साथ झूमती हुई ख़ुशी दुबे और न ही उस समारोह में शामिल लोगों को इस बात कर रत्ती भर भी अंदाजा रहा होगा कि आने वाला सप्ताह उत्तर प्रदेश के जनपद कानपूर के बिकरु गाँव और नवविवाहित ख़ुशी दुबे के जीवन में कौन सा तूफ़ान लाने वाला है।
मन में एक सुखद भविष्य का सपना संजौये ख़ुशी दुबे के पति और विकास दुबे की शार्प शूटर अमर दुबे की विवाह के 9 दिन बाद पुलिस एनकाउंटर में मौत के बाद विकास दुबे कांड में आरोप साबित न होने के बावजूद आरोपी बनाई गयी ख़ुशी दुबे के हाथों की मेहँदी जेल की काल कोठरी में बेरंग हो गई। प्रदेश भर ख़ुशी की रिहाई की मांगे विभिन्न दलों के जनप्रतिनिधि उठा रहे है, साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोगों का आक्रोश व्यवस्था के प्रति बढ़ता जा रहा है।
कानपुर वाला विकास दुबे ( बिकरु कांड ) में बंद नव विवाहिता ख़ुशी दुबे इस समय अस्वस्थ है और लखनऊ के मेदान्ता अस्पताल में भर्ती है। ख़ुशी दुबे का गुनाह इतना है कि कानपूर के बिकरु कांड से ठीक 9 दिन पहले ख़ुशी दुबे का विवाह विकास दुबे के परिवारिक सदस्य और पुलिस के अनुसार शार्प शूटर अमर दुबे के साथ हुआ था I बिकरु कांड के आरोपी अमर दुबे को यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था।
पिछले दस महीने से ख़ुशी दुबे बाराबंकी जिला कारागार में बंद है, जहाँ उसके बीमार होने पर जिला कारागार प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन हालत अधिक बिगड़ने पर उसे मेदान्ता अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ ख़ुशी दुबे का इलाज चल रहा है।
सोशल मीडिया पर छाया ख़ुशी दुबे प्रकरण …उठ रही है ख़ुशी को रिहा करने की मांग
बिकारु काण्ड की आरोपी ख़ुशी दुबे की बिगडती तबियत की खबरे आने के बाद बिकारु कांड के ठीक 9 दिन पहले ब्याह कर आई ख़ुशी दुबे के प्रति लोगो की सहानभूति बढ़ रही है और सोशल मीडिया से लेकर चौराहे तक की चर्चा में ख़ुशी के साथ उसके साथ हुए अन्याय और उसकी रिहाई पर चर्चा गर्म है।
सोशल मीडिया यूजर सुशील दुबे लिखते है ,
“ ख़ुशी दुबे को वापस करिए योगी जी “
तो वही सोशल मीडिया यूजर रणंजय प्रताप सिंह लिखते है ,
“ख़ुशी दुबे का बेवजह उत्पीडन क्यों हो रहा है , उसके पति को उसके कृत्यों की सजा मिल चुकी है, ऐसे में ख़ुशी दुबे को रिहा करना चाहिए।”
सोशल मीडिया पर संचालित ब्राह्मण संगठन के पेज पर भी काफी सरकार के प्रति काफी आक्रोश दिख रहा है , पंडित बिरादरी के नाम से संचालित फेसबुक पेज प्रदेश और देश के ब्राह्मण नेताओं को लानत भेजते हुए पोस्ट किया है , “
आखिर ख़ुशी दुबे अब तक जेल में क्यों ? ब्राह्मण नेताओं तुम्हारे घर में माँ-बहन होंगी नहीं तभी अब तक शांत हो।
सोशल मीडिया यूजर राजन पाण्डेय लिखते है ,
“मै माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूँ,कि कानपूर के बिकरु हत्याकांड अमर दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा गया , मै उस पर कोई सवाल नहीं खड़ा करताI लेकिन वो उत्तर प्रदेश सरकार से सवाल करते है ,” चंद दिनों पहले ब्याह कर आई ख़ुशी दुबे का क्या दोष है ?
सोशल मीडिया पर अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ने पोस्ट किया है,
ख़ुशी दुबे को न्याय दो।
सोशल मीडिया यूजर सुशील अवस्थी लिखते है ,
”दुल्हन बनकर ख़ुशी दुबे अपने पति के घर में मात्र दो दिन और एक रात रही है, क्या इतने मात्र से वो अपराधी हो गयी ? बाबा की पुलिस आज तक ख़ुशी के खिलाफ चार्जशीट तक दाखिल नहीं कर पाई है, तमाम जाँच पड़ताल के बीच जब कोई आरोप साबित न हो सका तो बाबा की पुलिस ने के सिम का फर्जी इस्तेमाल करने का घटिया आरोप ख़ुशी पर लगाया है।”
वही सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ख़ुशी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखते है,
“ पुलिस कस्टडी में जिन्दगी मौत से जूझ रही एक गरीब ब्राह्मण की बेटी ख़ुशी दुबे है, इसका कसूर इतना है की ये ,” फेक पुलिस एनकाउंटर में मारे गये अमर दुबे की पत्नी है , मै योगी आदित्यनाथ जी से हाथ जोड़कर विनती करता हूँ कि इस बेचारी को किसी अच्छे अस्पताल में शिफ्ट करने की व्यवस्था करें।”
वही आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के अधिकारिक ट्विट्टर हैंडल लिखता है ,
“ख़ुशी को खून की उलटियाँ हो रही है उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया 10 महीने से वो नाबालिक जेल में बंद है, उसके खिलाफ कोई चार्ज शीट तक दायर नहीं है , तत्कालीन कानपुर के एसएसपी ने कहा था , ख़ुशी दुबे का घटना में कोई हाथ नहीं है और हम उसे छोड़ रहें है।”
सोशल मीडिया यूजर हेमंत तिवारी पूछते है,
गैंगस्टर विकास दुबे के साथी अमर दुबे की पत्नी ख़ुशी दुबे को जेल में 10 महीने से अधिक होने वाले है , यूपी पुलिस अब तक उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी है , क्या उसे जेल में रखना न्याय संगत है ?
हिन्दू समाज पार्टी की नेता व् दिवंगत कमलेश तिवारी की पत्नी किरण कमलेश तिवारी की ख़ुशी दुबे से मिलने और मदद करने का भरोसा दिलाने वाली खबरें भी सोशल मीडिया पर जानकर वायरल हो रही है। हिन्दू समाज पार्टी के नाम से बने ट्विट्टर पेज से किरण तिवारी द्वारा ख़ुशी डूबें की रिहाई की मांग की गयी है”।
फेसबुक , ट्विट्टर , इन्स्टा तक छाये भाजपा नेता उमेश द्विवेदी …
भारतीय जनता पार्टी के शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी ने ख़ुशी दुबे को न्याय दिलाने को लेकर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को पत्र लिखा है, एक तरफ ये पत्र समाचार पत्रों से लेकर समाचार वेबसाइट तक छाया हुआ है, वही फेसबुक , ट्विट्टर, और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एमएलसी उमेश द्विवेदी की जमकर तारीफ के साथ ख़ुशी दुबे को न्याय दिलाने के बात कहीं जा रही है।
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को भेजे गये पत्र में भाजपा नेता उमेश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा , “10 माह पूर्व बिकरु कांड में आरोपित एक महिला ख़ुशी दुबे जिसकी शादी 9 दिन पहले हुई थी उसे गिरफ्तार किया गया, और आज 10 महीने बाद भी कोई आरोप तय नहीं हो पाया है, इसके बावजूद उसे जेल की सलाखों के पीछे रखा गया है, जानकारी के अनुसार गंभीर अवस्था में मेदान्ता अस्पताल लखनऊ में जीवन-मरण के बीच संघर्ष कर रही है , ऐसी स्थिति में उसका बेहतर इलाज हो यदि अबतक कोई आरोप तय नहीं हुआ है तो उसे रिहा किया जाए “।