नए वर्ष में उत्तर प्रदेश सरकार नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की फर्जीवाड़े को खत्म करने की तैयारी में है कागजों पर दर्ज कर्मचारियों की जगह पर इस नए साल में शहर के गली मोहल्लों की साफ – सफाई की कमान मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन के हाथों में होगी।
लखनऊ स्वच्छता अभियान के तहत शुरुआत में 40 ऑटोमेटिक मशीनों को तैनात किया जाएगा। होली के आस – पास इससे सफाई शुरू होने की उम्मीद है इसमें झाड़ू से उठने वाले धूल से वायु प्रदूषण पर भी अंकुश लगाने में मदद मिलेगी इसके साथ ही शहर में कई नए पार्क और उपवन के दरवाजे भी खुलेंगे।
इस तरीके से करेगी काम यह मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन
- मशीन से सड़क के साफ सफाई के दौरान पानी का छिड़काव भी होगा जिसे धूल नहीं उड़ेगी
- छोटे कणों से लेकर 5 से 8 किलो तक के कूड़े को उठाने में यह मशीन सक्षम होगी।
- मशीन सड़क में पहले हर प्रकार की कचरे को उठाने में भी सक्षम है।
- इस स्वीपिंग मशीन से 1 घंटे में 6 से 8 किलोमीटर तक सड़क की सफाई हो सकती है।
- इस प्रकार से यह इलेक्ट्रॉनिक मशीन बेहद कारगर होगी जो साफ सफाई रखने में मददगार साबित हो सकती है।
- सरकार ने स्वच्छता ही भारत है, यह संकल्प पूरा करने का प्रयास किया है जिसके तहत इस मशीन का निर्माण करवाया गया है।