महात्मा गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे। उनका असली नाम सिद्धार्थ था। गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल स्थित लुंबिनी में 563 वीं ईसा पूर्व में एक राजपरिवार में हुआ था। एक राजपरिवार जन्म लेने के बाद भी उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज कल्याण और ध्यान में लगा दिया। महात्मा बुद्ध जी ने अष्टांगिक मार्ग का उल्लेख किया है
आत्मज्ञान के महान अष्टांगिक मार्ग में निम्नलिखित को शामिल करना शामिल है: (1) सही दृष्टिकोण, (2) सही इरादा, (3) सही भाषण, (4) सही कार्रवाई, (5) सही आजीविका, (6) सही प्रयास, (7) ) सम्यक सचेतनता, और (8) सम्यक एकाग्रता। ये गुण आम तौर पर तीन श्रेणियों में आते
गौतम बुद्ध ने अपने जीवन में हमेशा लोगों को अहिंसा और करुणा का भाव सिखाया। गौतम बुद्ध के अनमोल विचार आज भी लोगों को जीवन में सफल और आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। आईये जानते हैं कि क्या है गौतम बुद्ध जी के अनमोल और प्रेरक विचार-
- बुराई से बुराई कभी खत्म नहीं होती। घृणा को तो केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है, यह एक अटूट सत्य है।
- जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो। फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी, इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता।
- जीवन में किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से ज्यादा महत्वपूर्ण उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता है।
- किसी भी हालात में तीन चीजें कभी भी छुपी नहीं रह सकती, वो है- सूर्य, चन्द्रमा और सत्य।
- सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियां कर सकता है, पहली या तो पूरा रास्ता न तय करना, दूसरी या फिर शुरुआत ही न करना।
- हमेशा क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा से पकड़ रखने के समान है। यह क्रोध सबसे पहले आपको ही जलाता है।
- क्रोध में हजारों शब्दों को गलत बोलने से अच्छा, मौन वह एक शब्द है जो जीवन में शांति लाता है।
- बुद्ध कहते हैं कि इंसान जैसा सोचता है, उसकी सोच जैसी होती है वह वैसा ही बना जाता है। कोई मनुष्य बुरी सोच के साथ बोलता या काम करता है, तो उसे कष्ट ही मिलता है। वहीं यदि कोई व्यक्ति शुद्ध विचारों के साथ बोलता या काम करता है तो उसे जीवन में खुशियां मिलती हैं।
- भविष्य के बारे में सपने देखकर अभी से मत उलझो। भूतकाल के समय को याद करके पछताने से अच्छा है अपने वर्तमान में खुश रहो। खुश रहने का सबसे अच्छा तरीका यही है।