Close Menu
  • 🏠 होम
  • देश
  • धर्म
  • प्रेरणादायक
  • रोचक तथ्य
  • लाइफस्टाइल
  • वीमेन डायरी
  • हेल्थ एंड ब्यूटी
    • योग
    • होम्योपैथी
  • इंडिया मित्र सीरीज
    • लॉकडाउन के सितारे
    • गुदड़ी के लाल
Facebook X (Twitter) Instagram
  • About
  • Contact
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
Facebook X (Twitter) Instagram
India MitraIndia Mitra
Download Our App
  • 🏠 होम
  • देश
  • धर्म
  • प्रेरणादायक
  • रोचक तथ्य
  • लाइफस्टाइल
  • वीमेन डायरी
  • हेल्थ एंड ब्यूटी
    • योग
    • होम्योपैथी
  • इंडिया मित्र सीरीज
    • लॉकडाउन के सितारे
    • गुदड़ी के लाल
India MitraIndia Mitra
Home»प्राकृतिक आपदा»उत्तराखंड में फटा बादल, 2013 की तरह एक बार पुनः मची तबाही, चारों तरफ सिर्फ नजर आ रहा मलबा
प्राकृतिक आपदा

उत्तराखंड में फटा बादल, 2013 की तरह एक बार पुनः मची तबाही, चारों तरफ सिर्फ नजर आ रहा मलबा

By Archana Dwivedi
Facebook WhatsApp Twitter Telegram Pinterest LinkedIn Email
Share
Facebook WhatsApp Twitter Telegram LinkedIn Pinterest Email

उत्तराखंड में मची तबाही

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली के पास खीर गंगा नदी के ऊपर बादल फटने से बाढ़ आ गई, जिससे वहां स्थित 20-25 होटल और होम स्टे के बहने और 50 लोगों के लापता होने की सूचना है। CM पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर बताया कि राहत और बचाव कार्यों के लिए राज्य आपदा प्रतिवादन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, जिला प्रशासन की टीम युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं। डीएम ने बताया कि इस घटना में अभी तक 4 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, भूस्खलन में सेना के कुछ जवानों के लापता होने की भी खबर है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

उत्तराखंड के धराली में चीखते चिल्लाते दिखे लोग

उत्तरकाशी के धराली गांव की ओर एक पहाड़ी से पानी की तेज धारा बहते हुए कई घरों को बहा ले जाती हुई दिखाई दे रही है, जिसमें भयावह दृश्य सामने आए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किए हैं जिनमें लोग दहशत में चीखते-चिल्लाते सुनाई दे रहे हैं।

हर्षिल के पास स्थित धराली इलाके में मंगलवार सुबह बादल फट गया।इस घटना में एक गांव बह गया और कई निवासी लापता हो गए हैं।अचानक जल स्तर बढ़ने के बाद स्थानीय बाजार क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नुकसान की सूचना मिली है, जिसके बाद पुलिस, अग्निशमन विभाग, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), और भारतीय सेना ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है।

प्रकृति से छेड़छाड़  करने से होगा नुकसान

बादल फटना एक कुदरती प्रक्रिया है,लेकिन नदी किनारे ऐसे निर्माण तबाही को दावत देना है। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे 30 सेकेंड में कैसे दर्जनों मकान बहते चले गए। इतनी बड़ी प्रकृति का आपदा का एक प्रमुख कारण यह भी की है कि जब मनुष्य प्रकृति से छेड़छाड़ करता है तो उसका खामियाजा उसको भुगतना ही पड़ता है यदि यह प्रकृति को नुकसान पहुंचाएंगे यदि या पेड़ पौधों को काटेंगे  और प्रकृति को जड़ से उखाड़ने या फिर  वहां पर पुल आदि बनाने का प्रयास करेंगे तो प्रकृति उसको बर्दाश्त नहीं करेगी

बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदा से पानी आते ही वहां चीख पुकार मच गई, लेकिन लोगों को भागने का मौका नहीं मिला. सैलाब के साथ बड़े बड़े पत्थर और लकड़ी के लट्ठे भी बहते हुए नीचे आए और जिनकी चपेट में आने से कई लोगों के हताहत होने की आशंका है.

केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि बादल फटने से ये नुकसान हुआ है। उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में ये बड़ी घटना हुई है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बड़े पैमाने पर युद्धस्तर पर बचाव अभियान चल रहा है। एनडीआरएफ-एसडीआरएफ को बचाव कार्य में लगाया गया है।

उत्तराखंड में उत्तरकाशी और धराली आया चपेट में

धराली के निकट गंगोत्री का शीतकालीन प्रवास स्थल है। पहाड़ों के बीच जो नदी बहती है, जिसे खीर गंगा कहते हैं। धराली गांव पर ये पूरी आपदा आई है।उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि ये पूरा हिमालयी क्षेत्र खतरे की चपेट में है। ऐसी लगातार प्राकृतिक आपदाएं संकट का कारण है।

बादल फटने जैसी समस्या उत्तराखंड के उत्तरकाशी और धारली जैसे क्षेत्र में आई है जहां पर पूरी की पूरी बस्ती कुछ ही सैकड़ो में मलबे में तब्दील हो गई।

यहां पर निष्कर्ष निकलता है कि हम सभी को प्रकृति का सम्मान करना चाहिए उसे किसी प्रकार से उजाड़ने या हटाने का प्रयास नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रकृति में देवत्व विराजमान है। यदि हम उनका सम्मान करेंगे तभी हमें बिल्कुल भी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। इसके अलावा प्रकृति के इस देवी क्षेत्र में जाकर के किसी प्रकार की ऐसे कार्य न करें जो प्राकृतिक संतुलन को बिगड़ने का कार्य करें।

Like this:

Like Loading...

Related

Share. Facebook WhatsApp Twitter Telegram Pinterest LinkedIn Email
Previous Articleपूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक का हुआ निधन, जाने उनके बारे में….
Next Article Motivational story: True Riches
Archana Dwivedi
  • Website

I’m Archana Dwivedi - a dedicated educator and founder of an educational institute. With a passion for teaching and learning, I strive to provide quality education and a nurturing environment that empowers students to achieve their full potential.

लेटेस्ट स्टोरीज

Professional speakers day 7 August 2025

August 7, 2025

Motivational story: True Riches

August 7, 2025

Motivational story: True Riches

August 7, 2025

उत्तराखंड में फटा बादल, 2013 की तरह एक बार पुनः मची तबाही, चारों तरफ सिर्फ नजर आ रहा मलबा

August 6, 2025
उत्तर प्रदेश

खास रिपोर्ट | मोबाइल पर रील देखना पड़ सकता है भारी, बढ़ रहे हैं नए किस्म के साइबर ठगी के मामले

August 2, 2025

डिजिटल अरेस्ट” का सच: एक क्लिक में कैसे लुट जाती है ज़िंदगी?

July 22, 2025

यूपी सरकार ने शुरू की नई योजना बिना ब्याज,बिना गारंटी के मिलेगा ₹5 लाख तक का लोन, जानिए स्कीम के बारे में सब कुछ….

July 21, 2025

मुख्यमंत्री  ने तीन दिवसीय  ‘विकास उत्सव’ की करी शुरुआत

March 26, 2025
सरकारी योजनाये

आयुष्मान भारत मिशन क्या है, आयुष्मान कार्ड कैसे बनवाये

August 24, 2023

क्या आप जानते हैं?.. क्या है उत्तर प्रदेश सरकार की ” परिवार कल्याण कार्ड योजना”

August 25, 2022

विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज व आवेदन की प्रक्रिया

May 4, 2022

उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2022

May 4, 2022

News

  • World
  • US Politics
  • EU Politics
  • Business
  • Opinions
  • Connections
  • Science

Company

  • Information
  • Advertising
  • Classified Ads
  • Contact Info
  • Do Not Sell Data
  • GDPR Policy
  • Media Kits

Services

  • Subscriptions
  • Customer Support
  • Bulk Packages
  • Newsletters
  • Sponsored News
  • Work With Us

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

© 2025 India Mitra | All Rights Reserved. Designed by RG Marketing.
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

%d