मनुष्य जीवन के परम उद्देश्य परमात्मा की प्राप्ति के लिए स्वास्थ्य अनिवार्य है इसलिए कहा गया है –
“धर्म-अर्थ -कामामोक्षणाम आरोग्यम मूलत्तगम |”
धर्म को धारण करो, अर्थ अर्जित करो, अर्थ के द्वारा अपनी कामनाएं पूर्ण करो और फिर योग साधना करते हुए परमात्मा को प्राप्त करो क्योंकि योग जीवन के लिए अत्यंत । तभी मानव जीवन का लक्ष्य पूरा हो सकता है। इसलिए धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष ही मानव जीवन के आधार हैं। आईये जानते है क्या है यह प्राणायाम –
शवासन
शवासन प्राणायाम मन एवं आत्मा पर नियंत्रण करना सिखाता है। यह योग मन के नकारात्मक विचारो व भावनाओ को ख़त्म करके सकारात्मक विचारो को उत्पन्न करता है। इससे एक पॉजिटिव ऊर्जा का संचार होता है। आत्मिक बल बढ़ता है। योग और प्राणायाम मन से चिंता, विरोधभास और निराशा को दूर करता है। अतः इससे मन शांत रहता है तथा प्रसन्नता और उत्साह का अविरल प्रवाह होता है। जिसका सीधा प्रभाव मनुष्य के व्यक्तित्व एवं स्वास्थ्य पर पड़ता है।
शवासन संस्कृत शब्द का बना हुआ है। शव का अर्थ होता है मृत शरीर। इस आसन को शवासन इसलिए भी कहते हैं क्योंकि इसमें शरीर मृत शरीर या मुर्दे के समान लगता है। शवासन एक अत्यंत महत्वपूर्ण योगाभ्यास है।
शवासन करने की विधि…
- पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को आराम से शरीर से एक फुट की दूरी पर रखें।
- पैरों के बीच एक या दो फुट की दूरी रखें।
- उंगलिया आधी मुड़ी हुई होनी चाहिए
- दोनों हाथ जमीन पर शरीर से 10 इंच दूर रखें।
- अंगुलियां तथा हथेली ऊपर की दिशा में रखें।
- अपनी आँखों को बंद करे पैरो को आराम मुद्रा में रखे
- सिर को अपने हिसाब सीधा रखें।
- अपने सिर तथा श्वास पर ध्यान केंद्रित करे बसर्ते श्वास आराम से चलनी चाहिए
- यह स्थिति में १५-२० मिंनट तक बनाये रखे
- धीरे धीरे सांस लें और धीरे धीरे सांस छोड़े।
- शवासन में कोशिश किया जाता है की आपके शरीर का प्रत्येक अंग से तनाव मुक्त रहे और शरीर के अंगों को अधिक से अधिक आराम मिल सके।
शवासन से लाभ…
- शवासन उच्च रक्त चाप को नियंत्रित करता है
- यह प्राणायाम मन को पूर्ण शांति प्रदान करता है
- मानसिक तनाव को कम करता है
- नाड़ी तंत्र को आराम मिलता है यह आसन कोई भी कर सकता है
- यह शरीर की सभी पेशियों एवं तंत्रिकाओं को विश्राम देता हैा और आपको तनाव मुक्त करने में अहम भूमिका निभाता है।
- यह मनोवैज्ञानिक विकार दूर करने में अत्यंत लाभकारी आसन है।
- यह योग बेचैनी दूर करने में अहम भूमिका निभाता है।
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