
इंडिया मित्र ब्यूरो(लखनऊ)
वर्तमान समय में चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है हर राजनीतिक पार्टी अपनी चुनावी एजेंडा को स्थापित करने में लगी है। प्रत्येक पार्टी चाहती है कि वह राजनीति सत्ता स्थापित करें एवं अपनी सत्ता बनाने के लिए सभी पार्टियां रात- दिन अथक प्रयास में लगी है।आचार संहिता लागू होने के बाद भी राजनीति पार्टियां चाहती है कि वे क्या ऐसा करें जिससे ज्यादा से ज्यादा मतदाता उनकी पार्टी को वोट करें ।
जैसा कि आप सभी को विदित है कि पिछले 18 साल में प्रदेश में कोई भी सीएम सीधे तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ कर नहीं आए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे तो वह 18 साल बाद इस परंपरा को तोड़ रहे होंगे

जाने यह चुनावी राजनीति का संपूर्ण इतिहास
पिछले 18 सालों से कोई भी मुख्यमंत्री विधानसभा सीधे चुनकर चुनाव लड़कर नहीं आए हैं परंतु 18 साल के बाद उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सीधे विधानसभा से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
दोस्तों हम आपको बता दें कि उनसे पहले मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ा था 2003 में मुलायम मुलायम सिंह यादव तीसरी बार मुख्यमंत्री बने थे इसके बाद उन्होंने जनवरी 2004 में गुन्नौर सीट से उपचुनाव लड़ा था इसमें वह रिकॉर्ड मतों से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे साथ ही मुलायम के पहले वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में गुन्नौर सीट से जेडीयू के अजीत कुमार यादव सीधे चुनाव खड़े थे जिन्होंने विधानसभा से चुनाव लड़ा था और भी जीते भी थे उन्होंने मुलायम सिंह यादव के लिए अपनी सीट छोड़ी थी उसके बाद से आज तक सभी मुख्यमंत्री विधान परिषद से चुनाव विधान जीतकर विधान परिषद का सदस्य होते हुए मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त हुए ।
हम आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से पांच बार सांसद रह चुके हैं फिलहाल वह विधान परिषद के सदस्य हैं इस बार वह पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य 2012 में सिराथू से विधायक चुने जा चुके थे 2014 में वह फूलपुर से सांसद जीते थे फिलहाल वह भी विधान परिषद के सदस्य हैं।
ऐसी और भी महत्वपूर्ण राजनीतिक जानकारियां प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिए हमारी वेबसाइट indiamitra.com के साथ।