लखनऊ ब्यूरो। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास में संलग्न शीर्ष वित्तीय संस्था भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने आज अपने क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ में सिडबी का 32वां स्थापना दिवस इस वर्ष की स्थापना दिवस की थीम “साथ मे हम बढ़ते है” के साथ मनाया गया। इसी कार्यक्रम के अवसर पर एक ग्राहकों से मिलने का भी कार्यक्रम रखा गया, जिसमे लखनऊ एवं कानपुर के सिडबी के ग्राहकों ने भाग भी लिया।
सिडबी बनेगा यूपी के विकास में एक प्रमुख भागीदार
इस अवसर पर बोलते हुए उपप्रबंध निदेशक सत्य वेकेंट राव ने कहा की सिडबी अपने मूल में में समावेशी विकास के साथ ही एमएसएमई क्षेत्र को जीवंत, गतिशील बनाने में उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है। अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए सिडबी ने उत्तर प्रदेश के आगरा और गोरखपुर में अपनी दो नई शाखाये खोली है। इसके साथ ही राव ने कहा कि सिडबी यूपी के एमएसएमई इंफ्रास्ट्रक्चर और इस उद्देश्य के विकास में एक प्रमुख भागीदार बनेगा, और इस उद्देश्य के लिए सिडबी पहले ही 1000 करोड़ रुपये का वादा कर चुका है।
राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं के आधार पर नीतियां बना रहा है सिडबी
इसी अवसर मुख्य महाप्रबंधक, विवेक मल्होत्रा ने बैंक द्वारा बनाये गए एंड-टू-एंड डिजिटलीकरण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया जिससे एमएसएमई को तेज करके कुशल ऋण वितरण सुनिश्चित किया जा सके। इसी कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक और क्षेत्रीय प्रमुख, सिडबी, लखनऊ मनीष सिन्हा ने कहा की सिडबी एक क्रेडिट प्लस अप्रोच स्वीकार कर रहा है, जहां न केवल वित्त पोषण बल्कि एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र की अन्य जरूरतों को भी पूरा किया जाता है। और सिडबी राष्ट्रीय विकास प्राथमिकताओं के आधार पर अपनी नीतियों और कार्यों को संरेखित कर रहा है।
दृष्टिबाधित बच्चो को मिले लैपटॉप एवं अन्य सामग्रियाँ
स्थापना दिवस समारोह के साथ ही सिडबी ने दृष्टिबाधित पुनर्वास सोसायटी (आरएसवीआई) के दृष्टिबाधित बच्चो को लैपटॉप एवं अन्य सामग्रियाँ भी वितरित की, ताकि उन्हें डिजिटली रूप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर बनाया जा सके।