लुलु मॉल भारत में खोला गया सबसे चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय मॉल है जिसकी स्थापना भारतीय मूल के निवासी युसूफ अली के द्वारा की गई है वैसे तो यह भारतीय मूल के ही निवासी हैं परंतु वर्तमान में इन्होंने संयुक्त राज्य अमीरात की नागरिकता प्राप्त कर रखी है और उनका पूरा परिवार आज वही पर स्थाई रूप से रहता है स्माल की शुरुआत उन्हीं की और उन्होंने इस शब्द की खोज बहुत सोच समझकर की है । लुलु शब्द अरबी भाषा का एक शब्द जिसका अर्थ होता है मोती।

कौन है उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े मॉल के ‘लुलु’ के मालिक

लुलु ग्रुप का मुख्यालय तो अबू धाबी में है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक भारतीय यूसुफ अली की ही ये कंपनी है। लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं एस. ए. यूसुफ अली (M. A. Yusuff Ali), जो केरल के त्रिशूर जिले के नाट्टिका के रहने वाले हैं। उनका जन्म 15 नवंबर 1955 को हुआ था। यूसुफ अली की 3 बेटियां हैं और उनका पूरा परिवार अबू धाबी में रहता है। हर गुजरते दिन के साफ यूसुफ अली अपना बिजनस बढ़ा रहे हैं और लखनऊ का लुलु मॉल भी उसी का एक अहम हिस्सा है। वह 1973 में अबू धाबी चले गए थे और अब यूएई की ही नागरिकता हासिल कर चुके हैं।
जाने लुलु मॉल के मालिक की शिक्षा दीक्षा के बारे में
फोर्ब्स मिडिल ईस्ट ने अरब वर्ल्ड 2018 में यूसुफ अली को टॉप-100 भारतीय बिजनसमैन में पहली रैंक दी थी। यूसुफ की स्कूलिंग करनचिरा के सेंट जेवियर्स हाई स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने बिजनस मैनेजमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा हासिल किया है। अपनी पढ़ाई पूरी कर के वह 1973 में अबू धाबी चले गए, जहां उनके चाचा रहते थे। इसके बाद उन्होंने लुलु हाइपरमार्केट की शुरुआत की।
उन्होंने अपना पहली हाइपरमार्केट 1990 के दशक में शुरू किया।
बड़े दिलवाले व्यक्ति है युसूफ अली
यूसुफ अली सिर्फ एक बड़े बिजनसमैन ही नहीं हैं, बल्कि एक बड़े दिव वाले शख्स हैं। गुजरात के भूकंप से लेकर सुनामी और बाढ़ तक में उन्होंने ढेर सारे पैसे डोनेट किए हैं। उन्होंने अगस्त 2018 में केरल बाढ़ के पीड़ितों को फिर से बसाने के लिए करीब 9.5 करोड़ रुपयों की मदद मुहैया कराई थी। वह देश के बाकी हिस्सों में भी जगह-जगह मदद के लिए पैसे दान देते हैं।
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