विजयदशमी का पर्व निकलते ही हर घर में दिवाली की तैयारी शुरू हो जाती है।साफ सफाई से लेकर रंगाई पुताई तक के काम युद्ध स्तर पर चलने लगते हैं।माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए हर घर चमकने लगता है। घर को चमकदार बनाने के लिए लोग अलग-अलग तरह के तरीके इस्तेमाल करते हैं। कहते हैं कि जिनके घर में साफ सफाई होती है माता लक्ष्मी उनके घर जरूर जाती हैं और वहां पर संपन्नता और प्यार फैलती हैं परंतु जिनके घर में लड़ाई झगड़ा होता है और साफ सफाई नहीं रहती है उनके घर माता लक्ष्मी का आगमन कभी नहीं होता है।दोस्तों यदि आप भी चाहते हैं कि आपके घर में माता लक्ष्मी का आगमन हो तो अपने घर की साफ सफाई बहुत ही बेहतर ढंग से करिए आए जानते हैं कि कैसे करें घर की सही तरीके से सफाई.. जिसेसे पूर्ण रूप से प्राप्त लक्ष्मी माता की कृपा…
शुरुआत करें सकारात्मक संकल्प से

सफाई शुरू करने से पहले यह संकल्प लें —
> “मैं इस सफाई से अपने घर, मन और जीवन से नकारात्मकता, आलस्य और दुर्भावना को दूर कर रही/रहा हूँ।”
यह भाव खुद में लक्ष्मी का स्वागत है, क्योंकि माँ लक्ष्मी वहीं आती हैं जहाँ सकारात्मक ऊर्जा हो।
粒 2. घर की सफाई — बाहर से भीतर तक
क्रम से करें:
मुख्य द्वार: सबसे पहले दरवाज़े की सफाई करें, क्योंकि यहीं से लक्ष्मी प्रवेश करती हैं।
दरवाज़े पर लक्ष्मी जी के पदचिह्न बनाएं।
स्वास्तिक, ॐ, शुभ-लाभ के चिन्ह लगाएं।
रसोईघर: इसे माँ अन्नपूर्णा का स्थान मानकर साफ करें। ताजे और सड़ने वाले खाद्य पदार्थ अलग करें।
पूजा स्थान: पुराने फूल, बत्तियाँ, राख आदि हटा दें। नया दीपक रखें और गंगाजल छिड़कें।
कोनों की सफाई: झाड़ू से सिर्फ धूल नहीं, नकारात्मक ऊर्जा भी निकलती है — यह मानकर करें।
3. गंगाजल या नमक वाले पानी से पोंछा
सप्ताह में एक बार गंगाजल या थोड़ा नमक डालकर पोंछा लगाएं।
यह ऊर्जा को शुद्ध करता है और नकारात्मक कंपन को हटाता है।
杖 4. दीप जलाने से पहले मन की सफाई
शाम को दीया जलाने से पहले अपने भीतर झांकें —
जिससे मन में ईर्ष्या, गुस्सा या आलस्य है, उसे दूर करें।
माँ लक्ष्मी स्वच्छ मन में वास करती हैं, न कि केवल स्वच्छ घर में।
5. कुछ खास दिन और जगहें
धनतेरस से पहले दिन लोहे के सामान या कबाड़ हटा दें।
अमावस्या की शाम को दरवाज़े पर दीप जलाएं।
उत्तर दिशा और पूर्व दिशा की ओर साफ-सुथरा माहौल रखें — ये दिशा समृद्धि की होती हैं।
6. कुछ छोटे शुभ कार्य करें
तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं।
कौड़ियाँ या कमल के फूल पूजा स्थान पर रखें।
गरीब या जरूरतमंदों को दान करें — लक्ष्मी कृपा का सबसे बड़ा माध्यम है दान।
✨ निष्कर्ष
> “जहाँ स्वच्छता है, वहाँ सच्चाई है,
जहाँ सच्चाई है, वहाँ समृद्धि है,
जहाँ समृद्धि है, वहाँ लक्ष्मी माँ का वास है।”