लखनऊ। आपदा के इस दौर में किसने क्या झेला और किसने क्या किया ये दो बातें हमेशा याद रहेंगी, एक तरफ आपदा और त्रासदी के दौर में बहुत से प्रभावशाली लोगों ने सिर्फ अपनी जान बचाने को प्राथमिकता दी, वही प्रदेश और देश की राजनीति में ऐसे भी चेहरे है जो इस मुसीबत के समय में संवेदनशीलता और जनसेवा का प्रतीक बन गये है।
देश के यूथ मीडिया प्लेटफार्म ” इंडिया मित्र डाट कॉम” द्वारा चलाई जा रही, “आपदा के असली नायक” सीरीज के तहत हम आपको मिला रहे है प्रदेश और देश के ऐसे चेहरों से जो संवेदना और सेवा के चेहरों के रूप में उभर कर सामने आये है।
आज की इस कड़ी में हमारे नायक है , उत्तर प्रदेश के विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक जिनकी पहचान उत्तर प्रदेश में एक कुशल राजनेता के साथ-साथ एक संवेदनशील जनसेवी के रूप में मानी जाती है।
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योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक व् उनकी पत्नी नम्रता पाठक , कोरोना की इस त्रासदी में अपने सेवा कार्य के चलते आम जनमानस और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चर्चा का विषय बने हुए है। कोरोना त्रासदी साल 2021 के अप्रैल- मई , महीने में लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में कहर बनकर टूटी और इस बीच ब्रजेश ने अपने राजनीतिक और सामाजिक कर्तव्यों को निभाते हुए लोगों को सेवाभाव का एक नया रास्ता दिखाया।
श्रद्धेय अटल बिहारी मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा लखनऊ के गांधी भवन में चलाए जा रहे निःशुल्क भोजनालय में जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित करते हुए……@PMOIndia @BJP4India @BJP4UP @myogiadityanath @CMOfficeUP pic.twitter.com/KcdrMI3AsF
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) June 2, 2021
यह इस कदर प्रभावी रहा कि लोगों ने ब्रजेश के बनाये रास्ते का अनुकरण करना शुरू कर दिया।
प्रादेशिक सूत्रों के अनुसार, आपदा की इस स्थिति में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक पहले मंत्री थे जिन्होंने अपनी निधि को आपदा के समय में खर्च करने के लिए पत्र लिखा और बाद में ये सिलसिला प्रदेश के पक्ष -विपक्ष के विधायकों ने आगे बढाया।
राजधानी के एक प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत पत्रकार ए. के द्विवेदी बताते है,
“चार मई को एक करीबी रिश्तेदार को मेडिकल कालेज में वेंटिलेटर की जरुरत थी परिवार के सदस्य काफी परेशांन थे उन्हें वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहा था, काफी प्रयास करने के बाद जब कोई व्यवस्था नहीं हो पाई तो मंत्री जी को फोन करके समस्या बताई और उन्होंने मरीज की डिटेल व्हाटसप करने को बोला, लगभग 2 घंटे बाद वेंटिलेटर मिल गया , मरीज की हालत काफी क्रिटिकल थी और दुर्भाग्य से वो बच नहीं सके। लेकिन जिस तरह मंत्री जी ने एक परिवार के सदस्य की तरह तकलीफ को समझा और व्यवस्था कराई और साथ में एक जो भावपूर्ण मानसिक सांत्वना दी वो अपने आप में बड़ी बात है।
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सोशल मीडिया पर ब्रजेश के चाहने वालों की कमी नहीं है , सोशल मीडिया यूजर अभिषेक मिश्र लिखते है,“
कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपनी निधि का सारा पैसा कोविड-19 के लिए दे दिया जिससे मरीजो के भर्ती होने में कोई दिक्कत न आये प्रदेश के सभी एमपी , एम्एलए को इससे सीख लेनी चाहिए “ ।
सोशल मीडिया यूजर शैलेन्द्र सिंह लिखते है ,
“जरुरत है ऐसे सोच रखने वाले नेताओं की कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक जैसे लोग अपनी पहल पर जमीनी कम कर रहें है उन्होंने एक सराहनीय पहल की है , मंत्री जी ने होम आइसोलेट मरीजों को दवाये भेजने का कम शुरू किया हैI इसके साथ ही भाप लेने के लिए वेपोराइजर भेजने का काम शुरू किया है।”
सोशल मीडिया यूजर नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान ब्रजेश पाठक जी की त्वरित सुनवाई करने की कार्यशैली पर उनकी एक तस्वीर लगाकर लिखते है,
“यहिका कहत है हयं … खड़े खड़े आदेश हुई गवा ,फोटू मा दयाखौ …हमरे यूपी के मंत्री ब्रजेश पाठक का …. खड़े खड़े आदेश कई दिहिन “ ।
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लखनऊ के प्रख्यात पत्रकार और सोशल मीडिया यूजर सुशील दुबे लिखते है,
“कुछ दिन के लिए मेरा नया पता सिविल अस्पताल है मेरी बेटी को चोट लग गयी गयी है ,मदद करने के लिए ब्रजेश पाठक जी आभार।”
सोशल मीडिया यूजर सैयद महताब हसन हाशमी उनकी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखते है ,
“मंत्री ब्रजेश पाठक के अलावा कोई भी विधायक व् सांसद इस तरह महामारी के समय लोगों की मदद करते नहीं दिखा और पोस्ट में ब्रजेश पाठक और उनकी पत्नी नम्रता पाठक के प्रति आभार व्यक्त करते है।”
सोशल मीडिया यूजर रणजीत सिंह लिखते है,
“न कोई शेष , न अवशेष , ब्रजेश पाठक है सर्वश्रेष्ठ, ब्रजेश भैया के सहयोग से लोकबन्धु अस्पताल में कोविड पेशेंट हेतु सैकड़ों लोगों के लिए बेड की व्यवस्था हो गयी है , इस त्रासदी में शहर के लिए आप किसी फ़रिश्ते से कम नहीं है।
विद्यांत हिन्दू डिग्री कालेज के भूतपूर्व अध्यक्ष और समाजसेवक सेवक शशिकांत पाण्डेय “ मुन्नू “ ( 60 वर्ष ) बताते है ,
“ब्रजेश का कद देखा है हजार लोगों में खड़ा कर दो , ब्रजेश दूर से दिख जायेंगे और ब्रजेश की सेवाकार्यों का जो कद है वो उत्तर प्रदेश के लाखों- करोड़ों लोगों में दूर से नजर आ जाता है , छात्र राजनीति के समय से ही उनमें मदद और सेवा करने का एक जज्बा रहा है जो उन्हें इस मुकाम तक लाया है और उनका बेबाक अंदाज और पुराने साथियों , छात्र जीवन में रहे सीनियर्स को उनके नाम से याद रखने की कलां अदितीय है।
आम जनमानस और सोशल मीडिया पर बढती लोकप्रियता के बारें में पूछने पर ब्रजेश पाठक कहते है ,
कैबिनेट मंत्री व् सरकार का हिस्सा होने के नाते लोगों की मदद करना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है, इससे इतर लोगों की मदद करना मेरी सामाजिक जिम्मेदारी है, इस शहर ने , प्रदेश ने जो प्यार और स्नेह दिया है उसके सामने ये मदद ज्यादा बड़ी नहीं है।
हजारों लोगों तक पहुंचाई वैक्सीन …
ब्रजेश बताते है , “अप्रैल – मई माह में जिस तरह अचानक से कोरोना का प्रकोप इतना बढ़ा वो परेशान करने वाला था, लोगों को डाक्टरी सलाह और दवाइयों के लिए भटकना न पड़े।
वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु लगाए गए आंशिक कोरोना कर्फ्यू में कोई भी गरीब, वंचित भूखा न रहे इसी उद्देश्य से आज लखनऊ में गरीबों, वंचितों व जरूरतमंदो तक राशन को पहुंचाने के लिए श्री मनोज वर्मा जी द्वारा राशन भेजा गया। pic.twitter.com/UB1pSRDfTa
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) May 19, 2021
इसके लिए डाक्टर के पर्चे के साथ दवाइयाँ पार्टी कार्यकर्ताओं , सहयोगियों , शुभ् चिंतको के हाथ भिजवाना शुरू कर दिया व् सीयूजी नंबर व् कार्यालय के नम्बर को चौबीस घन्टे चालू रखा जाए और आने वाली कॉल्स को भी यथासंभव अधिक से अधिक रिसीव करके लोगों की सहायता की जा सके इसका भी प्रयास किया गया अमूमन कोशिश ये रही कि आने वाली फोन काल्स को मै स्वयं रिसीव कर सकूँ।
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शुरू किया अटल भोजनालय …
ब्रजेश पाठक , इंडिया मित्र को बताते है ,
“ इस त्रासदी के दौरान जो बंदी हुई इसमें रिक्शा चालक , फुटपाथ पर गुजर करने वाले लोग , डेली वेंडर के सामने भोजन की बड़ी समस्या आ रही थी, ये मन को विचलित करने वाला था , जिसके लिए “ पंडित अटल बिहारी बाजपेयी मेमोरियल फाउंडेशन “ के माध्यम से निशुल्क “ अटल भोजनालय की शुरुआत विगत महीने से चल रही है प्रयास है कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिल सके मै स्वयं इसकी नियमित मानीटिरिंग कर रहा हूँ।
सबके लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी..
कोरोना त्रासदी पर ब्रजेश कहते है , ईश्वर से यही प्रार्थना है कि ऐसे दिन जीवन में दुबारा न देखने पड़े , इस त्रासदी में जो लोग नहीं रहे, मै उनके लिए शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ और उन्हें श्रद्धांजलि समर्पित करता हूँ , उनके जो परिवार है उनकी सहांयता के लिए हमेशा तत्पर हूँ और मेरा हर मंच से ये आग्रह है कि कोरोना की वैक्सीन जरुर लगवाये प्रदेश और केंद्र सरकार सवके लिए कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध करा रही है वैक्सीन की कमी नहीं होने दी जाएगी।