भारत में हर साल 26 नवंबर को भारतीय संविधान दिवस मनाया जाता है। साल 2024 की थीम ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ रखी गई
भारतीय संविधान में भारतीय लोगों को प्रभु संपन्न समाजवादी ,पंथनिरपेक्ष ,लोकतंत्रात्मक गणराज्य जैसे शब्दों से अवगत कराया गया है। भारतीय संविधान में लोगों के लिए कर्तव्य और उनके अधिकारों का उल्लेख भी किया गया है। भारतीय संविधान में लोगों को उनके संविधान को अक्षुण्ण बनाए रखने की निर्देश दिए गए हैं।
संविधान दिवस 2024 के अवसर पर राष्ट्रपति ने सिक्का और डाक टिकट भी जार किया है। हर साल 26 नवंबर को ही भारतीय संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है
भारतीय संविधान के निर्माता
भारतीय संविधान को एक प्रारूप समिति के द्वारा बनाया गया था जिसमें कुल 7 सदस्य थे जिनके नाम इस प्रकार से हैं –
भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के सदस्यों के नाम ये रहे:
- डॉ. भीमराव अंबेडकर
- अल्लादी कृष्णास्वामी अय्यर
- एन. गोपालस्वामी
- के. एम. मुंशी
- मोहम्मद सादुल्ला
- बी. एल. मित्रा
- डी.पी. खेतान
प्रारूप समिति के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
- संविधान सभा ने 29 अगस्त, 1947 को प्रारूप समिति का गठन किया था।
- प्रारूप समिति का मुख्य काम भारत के संविधान का मसौदा तैयार करना था।
- डॉ. भीमराव अंबेडकर को ‘भारत के संविधान का जनक’ कहा जाता है।
- प्रारूप समिति ने 25 नवंबर, 1949 को डॉ. राजेंद्र प्रसाद के सामने संविधान का अंतिम प्रारूप पेश किया था।
- संविधान सभा ने संविधान को अपनाने में करीब 11 महीने, 17 दिन और 2 साल का समय लिया था।
- संविधान को 26 नवंबर, 1949 को अपनाया गया था और 24 जनवरी, 1950 को सदस्यों ने इसमें हस्ताक्षर किए थे।
बीआर अंबेडकर को भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में जाना जाता है। भारत सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया तथा 1949 में, भारत की संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।
भीमराव अंबेडकर केवल दलितों के अधिकारों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए काम करते थे। वे भारतीय संविधान के जनक और स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री थे।
संविधान दिवस 2024 की थीम
भारतीय संविधान दिवस पर 2024 की थीम यह है-
हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’