दुनिया में कोरोना का कहर इस प्रकार से चारो ओर फैला हुआ है कि इसका डर लोगों को सता रहा है। देश और विदेश में लगभग 2 सालों से कोरेना का प्रभाव चारों तरफ दिख रहा है। कोरेना की वैक्सीन बनने के बाद इसमें थोड़ी सी राहत देखने को मिली। आज वर्तमान समय में चीन पर कोरेना का कहर इस कदर बरसा है कि पूरी दुनिया चिंता की लहर में समा गई है। नए सब वैरीअंट BF.7 ने चीन को इस कदर जकड़ा है कि वहां के अस्पतालों में जगह और बेड की कमी पड़ गई है यहां तक कि शव गृह में लंबी कतारें देखने को मिल रही है। हमारे स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश देते हुए गाइडलाइंस जारी करते हुए चीन, जापान ,दक्षिण कोरिया, थाईलैंड ,सिंगापुर, हांगकांग से आने वाले लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी कर दिया है।
नया वेरिएंट क्या है
ओमिक्रांन कोरेना का एक वैरीअंट है और BF.7 ओमिक्रोन का सब वैरीअंट है। इस वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड दो ढाई दिन का है ।माइल्ड है दो-तीन 4 दिन के अंदर फीवर, खांसी ,जुखाम होगा और फिर खत्म हो जाएगा । संक्रमण तेजी से फैलता है इसलिए ज्यादा लोग संक्रमित होने की संभावना है।
क्यों प्रभावित दिख रहा है चीन
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि विश्व में corona का सबसे पहला किस चीन में देखने को मिला था और उसके बाद पूरे देश में इसका प्रभाव देखने को मिला। वर्ष 2019 से लेकर के वर्ष 2021- 22 तक लोग कोरोना वायरस से प्रभावित रहे इसके प्रभाव ऐसा देखने को मिला कि अधिकाधिक संख्या में लोगों की मृत्यु हो गई। चीन में वैक्सीन असरदार नहीं दिखी। कोविड पॉलिसी के तहत बार-बार लॉकडाउन और पाबंदियों से नेचुरल एम्यूनिटी का लेवल काफी कम हो रहा है।
ओमी क्रोन के जो वेरिएंट अभी सर्कुलेट हो रहे है वे वैक्सीन ले चुके लोगो के शरीर में म्यूनेट होकर बने है। जिसने भी बहुत अधिक संक्रामक हैं चीन से सही डाटा भी नहीं आ रहे हैं इसे पूरी दुनिया में चिंता और दुविधा बनी हुई है।
सतर्कता है जरूरी
कोई भी वायरस जो पूरी दुनिया में सर्कुलेट कर रहा होता है, तो जीन के डीएनए में स्थाई परिवर्तन अर्थात म्यूटेशन होने के चांसेस बढ़ जाते हैं ।ऐसे में यह ध्यान रखना आवश्यक होता है कि कहीं इससे नए वायरस उत्पन्न न हो जाए।
ध्यान रखिए आवश्यक निर्देश
- बाहर और बंद जगह पर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं
- 18 वर्ष से ऊपर के जो लोग 2 डोज लगवा चुके हैं सतर्कता के तौर पर वे बूस्टर डोज लगवा ले।
- एक विशेष फार्मूला जिसको आपको अपनाना चाहिए उसका ध्यान रखना चाहिए natural immunity + vaccination = high breeding immunity इस फार्मूले को मानकर चलें