राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिश के अनुसार केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय 4 साल की इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम का पायलट प्रोजेक्ट 2023 – 24 में 42 शिक्षण संस्थानों में लागू कर रहा है हम आपको बता दें कि एनसीटीई यानी नेशनल काउंसलिंग फॉर टीचर एजुकेशन की जनरल बॉडी मीटिंग में न national counselling education program के करिकुलम फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी गई है।
एनसीटी के अध्यक्ष और दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि काफी संस्थाओं ने अगले वर्ष आईटीइपी( ITEP) को शुरू करने के लिए आवेदन किया है प्रक्रिया के हिसाब से ज्यादा जाएगा कि किन-किन संस्थानों में या कोर्स लागू किया जा सकता है इसके लिए संस्थाओं की इंफ्रास्ट्रक्चर को भी रिव्यू किया जाएगा।
अगले साल सब ग्रेजुएशन b.Ed की डिग्री भी मिलेगी यानी कि अब विद्यार्थियों को 2 साल का B.Ed अलग से करने की कोई भी जरूरत नहीं है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी अगले साल से या कोर्स शुरू कर दिया जाएगा मौजूदा समय की जरूरत के हिसाब से इसका सिलेबस भी तैयार किया जाएगा।
इन 42 इंस्टिट्यूट में यह कोर्स इसी साल से होगा शुरू…
वैसे तो यह 4 वर्षीय कोर्ट अगले वर्ष से शुरू होगा परंतु हम आपको बता देंगे कुछ ऐसे संस्थान है जहां पर इसे इसी वर्ष शुरू करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी लिए जानते हैं वह कौन से 42 इंस्टिट्यूट है जहां पर इस कोर्स को इसी वर्ष से लागू किया जाएगा…
देश के 42 उच्च शिक्षा संस्थानों में 4 वर्ष का बीए बीएड बीएससी बेड और बीकॉम b.Ed कोर्स इसी सवाल से लागू किया जा सकेगा इनमें दिल्ली में IGNOU, दिल्ली का माता सुंदरी कॉलेज वूमेन, और श्यामा प्रसाद मुखर्जी विमेंस कॉलेज में भी या कोर्स इसी वर्ष प्रारंभ होगा
यह कोर्स 4 वर्ष का है जो बीए बीकॉम बीएससी के साथ B.Ed की डिग्री भी प्रदान करेगा। जो छात्र ग्रेजुएशन के बाद 2 साल का B.Ed करते है उन्हें b.Ed करने में 5 साल लगते थे लेकिन अब 4 वर्ष में ग्रेजुएशन के साथ B.Ed की डिग्री भी मिलेगी परंतु जिन विद्यार्थियों का ग्रेजुएशन पूरा हो चुका है और वह B.Ed भी करना चाहते हैं उन्हें पहले की बातें 2 वर्ष का ही B.Ed करना होगा।