आपको ज्ञात होगा कि भारत सरकार ने मातृत्व सहयोग योजना के नाम को बदलकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) कर दिया है।
प्रधानमंत्री जी द्वारा गर्भवस्था सहायता योजना के माध्यम से पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं को और स्तनपान कराने वाली महिलाओ को 6000 रूपये आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। अब गर्भावस्था सहायता योजना 2022 को नए नाम प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना 2022 के नाम से जाना जा रहा है।
इस योजना की शुरुआत माननीय पीएम मोदीजी द्वारा 1 जनवरी 2017 में की गई। इस लेख में हम आपको Pradhanmantri Matritva Vandana Yojana से जुड़ी सभी जानकारी प्रदान कर रहे।
विस्तृत जानकारी –
घोषणा– 1 जनवरी 2017
योजना का नाम – प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना
लांच किया गया – केंद्र सरकार( प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा)
लाभार्थी -गर्भवती महिलाये
विभाग जिसके द्वारा यह योजना लागू की गई– महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना से संबंधित आवश्यक बिंदु-
- प्रधान मंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) मातृत्व सहयोग योजना का बदला हुआ नाम है।
- जिसके अंतर्गत सरकार पहले जीवित बच्चे के जन्म के लिए गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को 6000 रुपये की सहायता प्रदान करती है |
- यह योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू के द्वारा शुरू की गई।
योजना का उद्देश्य-
- प्रधान मंत्री मातृत्व वंदना योजना (PMMVY) जिसे पहले UPA शासन के दौरान इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना (Indira Gandhi Matritva Sahyog Yojana) के रूप में नामित किया गया था |
- इस योजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) द्वारा लागू किया जाएगा |
- नकदी प्रोत्साहन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं (lactating mothers) के स्वास्थ्य में सुधार और निम्न-पोषण (under-nutrition) के प्रभाव को कम करना |
- काम करने वाली महिलाओं को आंशिक मुआवजा देना और उनके उचित आराम पोषण को सुनिश्चित करना
योजना के लाभ-
इस योजना के तहत पहले जीवित बच्चे के जन्म के लिए गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को फायदा होगा | DBT मोड के माध्यम से सहायता राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेज दी जाएगी | रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार किश्तों में निम्नलिखित राशि का भुगतान करेगी :-
- गर्भावस्था के पंजीकरण के समय 1,000 रुपये की पहली किस्त प्रदान की जाएगी |
- 6 महीने की गर्भावस्था के बाद कम से कम एक प्रसवपूर्व जांच के बाद 2,000 रुपये की दूसरी किस्त प्रदान की जाएगी |
- जब बच्चे का पंजीकृत हो जाता है और बच्चे का BCG, OPV, DPT और hepatitis-B सहित पहला टीका चक्र होता है तो 3,000 रुपये की तीसरी किस्त प्रदान की जाती है |
कौन इस योजना के लाभार्थी नही बन सकता है-
-ऐसी महिलाएं जो किसी भी अन्य योजना या कानून के तहत समान लाभ प्राप्त कर रही हैं |
-ऐसी महिलाएं जो केंद्र या राज्य सरकार या किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के साथ नियमित रोजगार में हैं |