दोस्तों जिसे आप सर्वाधिक प्रयोग करते हैं वह हमारा पसंदीदा गूगल ,जिस पर हम दुनिया भर की विभिन्न प्रकार के जानकारियां आसानी से एक क्लिक पर प्राप्त कर सकते हैं। आज गूगल का जन्मदिन है यानि
आज सर्च इंजन गूगल 25 साल का हो गया है। गूगल इस खास मौके को डूडल बनाकर सेलिब्रेट कर रहा है। वहीं, कंपनी के CEO सुंदर पिचाई ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, ‘हैप्पी 25 बर्थडे गूगल!
गूगल की शुरुआत
गूगल की स्थापना 4 सितंबर 1998 में हुई थी, लेकिन कंपनी ने साल 2005 से 27 सितंबर को एनिवर्सरी मनाना शुरू किया, जब ऑफिशियल तौर पर Google Inc लॉन्च हुआ। ऑफिशियली लॉन्च से पहले इसका नाम Backrub था जिसे बाद में गूगल किया गया।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो डॉक्टरेट स्टूडेंट सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज ने मिलकर इस सर्च इंजन को बनाया था। गूगल ने ब्लॉग पोस्ट में दोनों स्टूडेंट की मेहनत को याद किया है।
गूगल का जन्मदिन मनाने का समय आ गया है! गूगल आज अपना 26वां जन्मदिन मना रहा है । गूगल की यात्रा 1998 में शुरू हुई थी, जब सर्गे ब्रिन और लैरी पेज ने अपने छात्रावास के कमरे में एक प्रोटोटाइप पर काम करना शुरू किया था। तब से, गूगल एक वैश्विक तकनीकी पावरहाउस में विकसित हुआ है, जिसने अरबों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है ।
गूगल का मिशन स्थिर रहा है: दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करना और इसकी सार्वभौमिक पहुंच और उपयोगिता सुनिश्चित करना । गूगल ने खोज एल्गोरिदम से लेकर गूगल मैप्स, जीमेल और गूगल ड्राइव जैसे उत्पादों के विकास तक कंपनी के नवाचारों को प्रेरित किया है।
गूगल के टूल ने दुनिया भर में व्यक्तियों, व्यवसायों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं को सशक्त बनाया है । गूगल की दृष्टि और समर्पण ने इसे एक वैश्विक शक्ति में बदल दिया है जो अरबों के जीवन को छूता है।
गूगल के जन्मदिन पर, हम उन दो डॉक्टरेट छात्रों की अविश्वसनीय यात्रा को प्रतिबिंबित करने का अवसर प्राप्त करते हैं जिन्होंने छात्रावास के कमरे और एक गैरेज से शुरुआत की थी । उनकी दृष्टि और समर्पण ने गूगल को एक वैश्विक शक्ति में बदल दिया है जो अरबों के जीवन को छूता है ।
गूगल के वर्ष से शुरू हुआ डूडल
डूडल क्या है और इसकी शुरुआत कब हुई?
30 अगस्त 1998 को गूगल के संस्थापक लैरी पेज और सर्जेई ब्रिन अमेरिका के नेवाडा शहर में होने वाले ‘बर्निंग मैन फेस्टिवल’ में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। उन्होंने यह तय किया कि दफ्तर न आने की बात वो अपने ऑफिस के लोगों को क्रिएटिव अंदाज में बताएंगे।
इसके लिए उन्होंने एक स्केच बनाने का फैसला किया। उनके इस स्केच को देखकर ऑफिस कलीग सर्जेई और लैरी पेज की बात समझ गए। इसके बाद से ही डूडल की शुरुआत हुई। एक नोटिफिकेशन के तौर पर शुरू किया गया डूडल आज गूगल का बड़ा ब्रांड प्रोडक्ट बन गया है। गूगल अपने डूडल की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहता है।
साल 2000 तक कॉन्ट्रैक्ट बेस पर डूडल बनाया जाता था। इसके बाद से एक टीम डूडल के लिए काम करने लगी, जिन्हें डूडलर्स कहा जाता है। अमेरिका के रेयान गर्मिक गूगल के चीफ डूडलर हैं। इनके साथ ड्रॉइंग बनाने वालों लोगों की एक टीम काम करती है, जिसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग शामिल हैं।