सीरीज “लॉकडाउन के सितारे” पढ़िये, वो लोग जो मुसीबत में बने मददगार.
लखनऊ। आज पूरी दुनिया कोविड-19 की चपेट में है। देश में “कोरोना” आफत आने के बाद देश सौ दिन से ज्यादा का लॉकडाउन देख चुका हैं। लॉकडाउन का यह समय देश के लिए बहुत दर्द भरा रहा हैं।
संकट के समय दमदार नेतत्व के रूप में उभरे इन चेहरों की कहानियों से आपको परिचित कराने के लिए देश के यूथ मीडिया प्लेटफॉर्म “इंडिया मित्र” ने सीरीज लॉकडाउन के सितारे के तहत एक मुहिम शुरू की है।
लाखों की संख्या में माइग्रेट हुए मजदूरों की समस्याएं हो या देश के आखिरी पायदान पर खड़े वंचित तबका, समाज का कोई भी तबका लॉकडाउन के कुप्रभाव से अछूता नहीं रहा है। इस त्रासदी के बीच जहां एक तरफ लोग “कोरोना” के खौफ से घरों में बंद रहे। अपने भविष्य की चिंताओं में और वर्तमान के लिए साधन जुटाने में लगे रहे। वही देश के विभिन्न हिस्सों में कुछ ऐसे चेहरे उभर कर सामने आए जिन्होंने “कोरोना” जैसी आपदा के बीच न केवल हजारों लोगों में आत्मविश्वास पैदा किया बल्कि उनके रहने, खाने, और उन्हें मंजिल तक पहुँचाने की जिम्मेदारी भी निभाई। चाहे वो फ़िल्मी दुनिया के मशहूर चेहरे अभिनेता सोनू सूद हो अक्षय कुमार जैसे प्रसिद्द अभिनेता जो लोग जो ग्लैमर की दुनिया में रहते हुए सड़क पर दिक्कतें झेल रहे लोगों की तकलीफों को समझ पाए।
लेकिन इस फ़िल्मी चकाचौंध से दूर एक दुनिया और भी है जहाँ इस आपदाकाल में सैकड़ों ऐसे चेहरे भी है जिन्होंने इस आपदाकाल में हर देशवासी को बिना भेदभाव किये अपना मानते हुए मदद की। अक्सर कुछ ऐसे मददगार सुर्ख़ियों में आने के बजाय गुमनाम रहना ज्यादा पसंद करते है। लेकिन “इंडिया मित्र” का मानना है कि नेकी के काम लोगों की नजर में आने से लाखों-करोड़ों लोगों को अच्छा कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।
इस कड़ी में हम आपको मिलाने जा रहे हैं एक ऐसी ही शख्शियत से जो सत्ता के गलियारों में परिचय के मोहताज नहीं हैI
लॉकडाउन में राहत और भरोसे का चेहरा बने ब्रजेश पाठक उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अंचल में बसे युवाओं के लिए प्रेरणा स्तोत्र है
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिलें के सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से निकल कर तमाम कठिनाइयों को झेलते हुए अपने आत्मबल के बलबूते पर लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति का चेहरा बनने वाले ब्रजेश पाठक का राजनीति की मुख्यधारा में देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री पद तक का सफर उत्तर प्रदेश के ग्रामीण अंचल के युवकों के लिए प्रेरणा स्तोत्र है। आज उत्तर प्रदेश की राजनीति में ब्रजेश पाठक एक ताकतवर और बड़ा चेहरा माने जाते है। वर्तमान में देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के टिकट पर निर्वाचित विधायक है और उत्तर प्रदेश सरकार में विधि व न्याय विभाग के मंत्री है।
लॉकडाउन के समय क्या प्रदेश क्या देश, आम ,ख़ास के अंदर कोरोना को लेकर दहशत का माहौल था ऐसे में
जहाँ हर इन्सान को आपने जान की फ़िक्र थी। ऐसे समय में भी उत्तर प्रदेश के विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक नियमित रूप से न केवल अपनी विधानसभा के लोगों की मदद करते रहे बल्कि उन्होंने हर जरूरतमंद की भोजन ,चिक्तिसा की व्यवस्था के साथ- साथ अपने सरकारी आवास पर कण्ट्रोल रूम की स्थापना की और मदद के लिए आने वाले फोन काल्स को स्वयं रिसीव करते रहें।
सलामती के लिए लोगों ने किये हवन ..पूजा… मांगी दुआ …
कोरोना काल में पत्नी सहित जनसेवा के कार्य में लगे कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक और उनकी पत्नी नम्रता पाठक के कोरोना की चपेट में आने की खबर के बाद लखनऊ ही नही प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मठ ,मंदिर के पुजारियों और आम लोगों ने इनकी सलामती के लिए जगह-जगह पूजा हवन का आयोजन किया व् मस्जिदों में ब्रजेश के शुभचिंतकों मित्रों ने इनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ मांगी। इस बीच ये सब कार्यक्रम सोशल मिडिया पर छाये रहे। कोरोना को मात देकर लौटे ” लॉकडाउन के इस चमकते सितारे” का जनसेवा कार्य जारी है।
विद्यांत हिन्दू डिग्री कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व् शहर के वरिष्ठ पत्रकार अनुपम त्रिपाठी का कहना है ” छात्र जीवन से मैंने उनका संघर्ष देखा है, एक आम इंसान से कही ज्यादा संघर्ष उनकी जिन्दगी में रहा है लेकिन इन सबके बीच जो सरलता ,लोगों की मदद करने की प्रवृत्ति, लोगों की दिक्कतों को समझने की संवेदना भाई साहब में रही है वो बिरले लोगों में ही देखने को मिलती है। वो जीवटता और धुन के पक्के इंसान है।”
अगली सीरिज में हम आपको मिलायेंगे एक ऐसे युवा से जिम्होने अपनी टीम के साथ लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती लोगों को इमरजेंसी में जाकर रक्तदान किया है और अब तक सैकड़ों लोगों की जिन्दगी बचाने में अपनी भूमिका अदा की हैI
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