रतन टाटा वो नाम है जिसके लिए हर किसी के मन में प्रेम और सम्मान बसा है। किसी उद्योगपति के लिए ऐसी लोकप्रियता कम ही देखने को मिलती है। लेकिन रतन टाटा ने अपने व्यवहार, विनम्रता, सादगी और सोच से लोगों के दिल में एक खास जगह बनाई।
आईए जानते हैं कि क्या है रतन टाटा के कुछ अनमोल विचार…
- अगर आप तेज चलना चाहते हैं तो अकेले चलिए। लेकिन अगर आप दूर तर चलना चाहते हैं तो साथ चलिए।
- जीवन में ऊंच नीच होना बहुत जरूरी है, ताकि हम आगे बढ़ते रहें। क्योंकि एक ईसीजी में भी सीधी लाइन का मतलब ये होता है कि हम जिंदा नहीं हैं।
- लोहे को कोई चीज तबाह नहीं कर सकती, लेकिन इसका खुद का जंग कर सकता है। इसी तरह एक व्यक्ति को उसकी खुद की सोच के अलावा कुछ भी बर्बाद नहीं कर सकता है।
- हमें कभी भी अपनी जड़ें भूलनी नहीं चाहिए। हम जिस जगह से आते हैं, उसपर हमें हमेशा गर्व होना चाहिए।
- ‘मैं सही निर्णय लेने में यकीन नहीं करता। मैं फैसला करता हूं और फिर उसे सही बनाता हूं।
- अगर लोग आप पर पत्थर मारते हैं तो उन पत्थर का उपयोग अपना महल बनाने में कर लें
- हमारी गलती सिर्फ हमारी है, हमारी असफलता सिर्फ हमारी है, किसी को इसका दोष नहीं देना चाहिए। हमें गलती से सीखना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
- दुनिया में इंसान सिर्फ एक मोबाइल के रिचार्ज जैसा है, जो अपनी वैलिडिटी के बाद खत्म हो जायेगा। हर किसी की वैलिडिटी है। अगर आप भाग्यशाली रहे तो कम से कम 50 साल तो जिएंगे ही। इन 50 सालों में सिर्फ 2500 सप्ताहांत होते हैं। क्या तब भी सिर्फ काम ही काम करने की जरुरत है? जीवन को इतना भी कठिन नहीं बनाना चाहिए कि खुशियां हमसे दूर रहें।