अभी हाल ही में गायक और संगीतकार बप्पी दा जिन्हें बप्पी लहरी के नाम से जाना जाता है इनका 69 वर्ष की उम्र में निधन हो गया । इन्हें गोल्डमैन तथा डिस्को सिंगर के नाम से भी लोग जानते थे। बप्पी दा का निधन एक ऐसी बीमारी के कारण हुआ है जिसे जाना आप सभी लोगों के लिए बेहद आवश्यक है तो आइए जानते हैं कि क्या है वह बीमारी जिसके कारण बप्पी दा का निधन हुआ
जाने क्या है ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया बीमारी
- इस बीमारी की प्रमुख लक्षण कुछ इस प्रकार से हैं
- इसमें व्यक्ति की सांस नींद में बार-बार रुक जाती है और वापस आने लगती है।
- यह तब होता है जब गले और ऊपरी बायोमार की मांसपेशियां नींद के दौरान रुक रुक कर आराम करती है और वायु मार्ग को अवरुद्ध करने लगती हैं
- इस स्थिति से मनुष्य की मृत्यु नहीं होती है लेकिन ऑक्सीजन के स्तर में कमी होने के कारण दिल के दौरे और स्ट्रोक का कारण बन सकती है।
- इससे रक्तचाप असमान हृदय ताल और अन्य चयापचय संबंधी विकार बढ़ जाते हैं
- आगे चलकर यही बीमारी मोटापे के रूप में वृद्धि करती है जिससे समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है
- OSA से सड़क दुर्घटनाएं भी बहुत होती है क्योंकि इस बीमारी से लोगों को गाड़ी चलाते समय नींद आने की संभावनाएं होती हैं
- इस बीमारी से अमेरिका में कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी है।
आखिर कब जाना चाहिए डॉक्टर के पास?
वर्तमान समय में यह आम हो गया है कि व्यक्ति सोते समय खर्राटे लेता है। यह सब बातें आम इंसान को केवल आम ही लगती हैं परंतु किसी भी बात को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि समस्याएं थोड़ी होने पर भी डॉक्टर के पास सलाह के लिए अवश्य जाना चाहिए। व्यक्तियों के द्वारा नजरअंदाज किए जाने पर यही बीमारी आगे चलकर बड़ी बीमारी का रूप धारण कर लेती है जिससे व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
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आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?
- खर्राटे लेना obstructive sleep apnea (OSA) के सबसे आम लक्षणों में से एक है।
- लेकिन ऐसा होता है जब कोई व्यक्ति मोटा होता है तो वह अपने स्वर यंत्र और ग्रसनी गले में मांसपेशियों पर अतिरिक्त वसा विकसित करते हैं जो नींद में उनके वायु मार्ग को बंद कर सकते हैं
- महिलाओं में इस बीमारी का प्रसार 4% और पुरुषों में 13.4% है
- 40 वर्ष से कम आयु के लोगों में प्रचलन लगभग 10% है और 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में 17% है
- इसका निदान वर्तमान समय में काफी कम है खासतौर पर छोटे शहरों में।
ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप (OSA) का इलाज या नियंत्रण कैसे किया जा सकता है?
- भारत में इस बीमारी का प्रचलन लगातार हुए मोटापे के साथ-साथ बढ़ रहा है
- भारत में इस बीमारी का कोई बड़ा निदान अभी तक नहीं हैं।
- डॉक्टरों का मानना है कि इस बीमारी के लक्षणों को कम करने का सबसे अच्छा तरीका वजन कम करना और योग करना है।
- इलाज के लिए सबसे अच्छा तरीका है सीपीएपी कंटीन्यूअस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर थेरेपी का इस्तेमाल करना।
- सभी प्रकार के योगासन इस बीमारी को खत्म करने के अचूक उपाय के रूप में है परंतु अनुलोम-विलोम प्रक्रिया विशेष अभ्यास है जिससे इसमें निदान पाया जा सकता है।