Close Menu
  • 🏠 होम
  • देश
  • धर्म
  • प्रेरणादायक
  • रोचक तथ्य
  • लाइफस्टाइल
  • वीमेन डायरी
  • हेल्थ एंड ब्यूटी
    • योग
    • होम्योपैथी
  • इंडिया मित्र सीरीज
    • लॉकडाउन के सितारे
    • गुदड़ी के लाल
Facebook X (Twitter) Instagram
  • About
  • Contact
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
Facebook X (Twitter) Instagram
India MitraIndia Mitra
Download Our App
  • 🏠 होम
  • देश
  • धर्म
  • प्रेरणादायक
  • रोचक तथ्य
  • लाइफस्टाइल
  • वीमेन डायरी
  • हेल्थ एंड ब्यूटी
    • योग
    • होम्योपैथी
  • इंडिया मित्र सीरीज
    • लॉकडाउन के सितारे
    • गुदड़ी के लाल
India MitraIndia Mitra
Home»धर्म»छठ पूजा : आस्था, संयम और सूर्य उपासना का पर्व
धर्म

छठ पूजा : आस्था, संयम और सूर्य उपासना का पर्व

By Archana Dwivedi
Facebook WhatsApp Twitter Telegram Pinterest LinkedIn Email
Share
Facebook WhatsApp Twitter Telegram LinkedIn Pinterest Email

भारत त्योहारों की भूमि है, जहाँ हर पर्व में संस्कृति, आस्था और प्रकृति के प्रति सम्मान झलकता है। इन्हीं में से एक सबसे पवित्र और कठोर पर्व है छठ पूजा, जिसे सूर्य उपासना और छठी मैया की आराधना के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।

छठ पूजा कब और क्यों मनाई जाती है

छठ पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है। “छठ” का अर्थ है छठवां दिन। यह पूजा सूर्य देव और उनकी पत्नी उषा (छठी मैया) को समर्पित होती है।
माना जाता है कि सूर्यदेव जीवन और ऊर्जा के प्रतीक हैं। उनकी उपासना से मनुष्य के शरीर और मन को नई शक्ति, प्रकाश और सकारात्मकता मिलती है।

छठ पूजा का धार्मिक महत्व

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, द्रौपदी और कुंती ने भी छठ व्रत रखा था। इस व्रत से उन्हें संतान-सुख और मनोवांछित फल की प्राप्ति हुई थी।
छठ पूजा केवल एक धार्मिक कर्मकांड नहीं, बल्कि शुद्धता, संयम और आत्म-शक्ति का प्रतीक है। इस पर्व में व्रती चार दिनों तक कठोर नियमों का पालन करते हैं — बिना नमक का भोजन, व्रत, शुद्धता और जलाशय में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना।

छठ पूजा की विधि और क्रम

छठ पूजा चार दिनों तक चलती है:

1. नहाय-खाय: पहले दिन स्नान करके सात्विक भोजन किया जाता है।

2. खरणा: दूसरे दिन व्रती निर्जला उपवास रखता है और शाम को खीर-रोटी का प्रसाद चढ़ाकर व्रत शुरू करता है।

3. संध्या अर्घ्य: तीसरे दिन सूर्यास्त के समय व्रती जल में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते हैं।

4. उषा अर्घ्य: चौथे दिन सूर्योदय के समय अर्घ्य देकर व्रत पूरा किया जाता है।

छठ पूजा का सामाजिक और पर्यावरणीय संदेश

यह पर्व हमें प्रकृति से जुड़ने की प्रेरणा देता है। सूर्य, जल, वायु और मिट्टी जैसे तत्वों के प्रति आभार प्रकट किया जाता है। इसमें समानता और एकता की भावना होती है — अमीर-गरीब, जात-पात, स्त्री-पुरुष सब एक साथ घाट पर खड़े होकर पूजा करते हैं।
छठ पूजा पर्यावरण-मित्र पर्व भी है, क्योंकि इसमें किसी प्रकार का प्रदूषण या हिंसा नहीं होती।

निष्कर्ष

छठ पूजा केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि संयम, श्रद्धा और आत्मबल का संदेश देने वाला पर्व है। यह हमें सिखाता है कि जीवन में शुद्धता, धैर्य और प्रकृति के प्रति सम्मान रखकर ही सच्चा सुख प्राप्त किया जा सकता है।
छठी मैया और सूर्यदेव से यही प्रार्थना है —
“हमारे जीवन में प्रकाश, समृद्धि और शांति बनी रहे।”

Like this:

Like Loading...

Related

Share. Facebook WhatsApp Twitter Telegram Pinterest LinkedIn Email
Previous Articleपेट की चर्बी कम करने के घरेलू उपाय
Next Article जाने क्या है छठ पूजा का पौराणिक इतिहास और पूजा करने का विधि विधान
Archana Dwivedi
  • Website

I’m Archana Dwivedi - a dedicated educator and founder of an educational institute. With a passion for teaching and learning, I strive to provide quality education and a nurturing environment that empowers students to achieve their full potential.

Related Posts

देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी की कथा….

October 30, 2025

जाने क्या है छठ पूजा का पौराणिक इतिहास और पूजा करने का विधि विधान

October 27, 2025

भाई दूज की कथा जिसको सुनने मात्र से ही भाइयों की उम्र होती है लंबी..

October 22, 2025
लेटेस्ट स्टोरीज

देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी की कथा….

October 30, 2025

झड़ने और बेजान बालों से निजात पाए बिल्कुल आसान तरीके से

October 29, 2025

ठंड के मौसम में ऐसे रखें खुद का ख्याल  —

October 28, 2025

जाने क्या है छठ पूजा का पौराणिक इतिहास और पूजा करने का विधि विधान

October 27, 2025
उत्तर प्रदेश

15 अगस्त 1947( स्वतंत्रता दिवस ) क्यों मनाते हैं यह दिवस.. जाने इसका  कारण व महत्व …

August 14, 2025

खास रिपोर्ट | मोबाइल पर रील देखना पड़ सकता है भारी, बढ़ रहे हैं नए किस्म के साइबर ठगी के मामले

August 2, 2025

डिजिटल अरेस्ट” का सच: एक क्लिक में कैसे लुट जाती है ज़िंदगी?

July 22, 2025

यूपी सरकार ने शुरू की नई योजना बिना ब्याज,बिना गारंटी के मिलेगा ₹5 लाख तक का लोन, जानिए स्कीम के बारे में सब कुछ….

July 21, 2025
सरकारी योजनाये

आयुष्मान भारत मिशन क्या है, आयुष्मान कार्ड कैसे बनवाये

August 24, 2023

क्या आप जानते हैं?.. क्या है उत्तर प्रदेश सरकार की ” परिवार कल्याण कार्ड योजना”

August 25, 2022

विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज व आवेदन की प्रक्रिया

May 4, 2022

उत्तर प्रदेश विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2022

May 4, 2022

News

  • World
  • US Politics
  • EU Politics
  • Business
  • Opinions
  • Connections
  • Science

Company

  • Information
  • Advertising
  • Classified Ads
  • Contact Info
  • Do Not Sell Data
  • GDPR Policy
  • Media Kits

Services

  • Subscriptions
  • Customer Support
  • Bulk Packages
  • Newsletters
  • Sponsored News
  • Work With Us

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

© 2025 India Mitra | All Rights Reserved. Designed by RG Marketing.
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Contact

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

%d