नवरात्रि भारत के बहुत ही पवित्र त्यौहार है। यह देवी मां दुर्गा की आराधना का पर्व है। जैसा कि आप सब जानते हैं की नवरात्रि साल में दो बार आती है – चैत्र नवरात्रि ( मार्च और अप्रैल ) और शारदीय नवरात्रि ( सितंबर और अक्टूबर )इस बार शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर 2025 से शुरू हो रही है और 1 अक्टूबर 2025 तक रहेगी।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त -:
पंडितों के अनुसार नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना से होती है। इस दिन माँ दुर्गा का स्वागत कलश स्थापना करके किया जाता है।
तारीख – 22 सितम्बर 2025 (सोमवार)
शुभ मुहूर्त – सुबह 6:10 बजे से 7:35 बजे तक सबसे उत्तम समय माना गया है।
पूजन विधि (Pooja Vidhi)
नवरात्रि में नौ दिनों तक माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। पूजा की विधि बहुत आसान है, इसे हर कोई कर सकता है।
1. साफ-सफाई – सबसे पहले घर और पूजा स्थान को अच्छी तरह साफ करें।
2. कलश स्थापना – पीले कपड़े बिछाकर मिट्टी की थाली में जौ/गेहूँ बोएँ और उस पर जल से भरा कलश रखें। कलश पर नारियल और आम के पत्ते रखे जाते हैं।
3. माँ दुर्गा की प्रतिमा/चित्र – माँ की मूर्ति या तस्वीर को सजाएँ और लाल चुनरी चढ़ाएँ।
4. दिया जलाना – अखंड ज्योति (घी का दिया) जलाएँ।
5. मंत्र जाप – “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” का जाप करें।
6. फूल और प्रसाद – ताजे फूल, फल और मिठाई अर्पित करें।
7. कन्या पूजन – अष्टमी या नवमी को छोटी कन्याओं को भोजन कराना बहुत शुभ माना जाता है।
नवरात्रि की नौ देवियाँ (नवदुर्गा)

नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इनको ही नवदुर्गा कहा जाता है। हर दिन एक देवी की आराधना होती है और उनका महत्व अलग होता है।
- माँ शैलपुत्री – ये पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं। इनसे हमें धैर्य और स्थिरता मिलती है।
- माँ ब्रह्मचारिणी – ये तपस्या और भक्ति की देवी हैं। ये हमें मेहनत और संयम का महत्व सिखाती हैं।
- माँ चंद्रघंटा – इनके माथे पर घंटे जैसा चंद्र है। ये साहस और शक्ति की प्रतीक हैं।
- माँ कूष्मांडा – इन्हें ब्रह्मांड की रचयिता कहा जाता है। ये ऊर्जा और सृजन शक्ति देती हैं।
- माँ स्कंदमाता – भगवान कार्तिकेय की माता। ये हमें मातृत्व और करुणा का आशीर्वाद देती हैं।
- माँ कात्यायनी – इन्हें सबसे शक्तिशाली रूप माना जाता है। ये न्याय और साहस की देवी हैं।
- माँ कालरात्रि – इनका स्वरूप भयंकर है लेकिन ये बुरी शक्तियों को नष्ट करती हैं। ये भय दूर करती हैं।
- माँ महागौरी – ये शांति और सौंदर्य की देवी हैं। इनकी पूजा से पवित्रता और खुशियाँ मिलती हैं।
- माँ सिद्धिदात्री – ये सभी सिद्धियाँ और ज्ञान देने वाली देवी हैं। ये जीवन में सफलता और ज्ञान का आशीर्वाद देती हैं।
नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
यह आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा देता है।
इस दौरान व्रत रखने से शरीर शुद्ध और मन शांत रहता है।
माँ दुर्गा की कृपा से जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं।