उत्तर प्रदेश उत्तर भारत के प्रमुख राज्यों में से एक है। यह राज्य भौगोलिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य है। ऐसा भी कहा जाता है कि देश में राष्ट्रीय राजनीति उत्तर प्रदेश से ही गुजरकर आगे बढ़ती है।
वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश उद्योग क्षेत्र में अहम स्थान रखता है। यहां सूक्ष्म, लघु और मध्यम कारखानों से लेकर बड़े कारखानें हैं, जो देश के आर्थिक विकास के पहिये को रफ्तार देने में मदद कर रहे हैं। ऐसे मामले में यह जाना जरूरी हो जाता है कि उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है एवं उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले एवं 18 मंडल है। जिसमें से लखीमपुर जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला है ।
आपने भी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश का कौन-सा जिला सबसे छोटा जिला है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला
उत्तर प्रदेश भारत के उत्तर में स्थित प्रमुख राज्यों में से एक है। यह राज्य अपने यहां के पर्यटन स्थलों से लेकर औद्योगिक क्रांति के लिए भी जाना जाता है। हर साल विदेशी सैलानी बड़ी संख्या में यहां सैर-सपाटे के लिए पहुंचते हैं और अपने साथ यहां की यादों को ले जाते हैं। भारत का यह राज्य देश में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है।
उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला हापुड़ है। उत्तर प्रदेश में सबसे उत्तर की ओर सहारनपुर दक्षिण में सोनभद्र सबसे अंतिम पूर्व में बलिया एवं पश्चिम में शामली जिला स्थित है।
हापुड़
उत्तर प्रदेश का हापुड़ जिला क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे छोटा जिला है। इसका कुल क्षेत्रफल केवल 660 वर्ग किलोमीटर है, जो कि इसे सबसे छोटा जिला बनाता है। 2011 की जनगणना के अनुसार हापुड़ जिले का क्षेत्रफल सबसे कम होने के कारण इसे सबसे छोटे जिले का दर्जा दिया गया।
इस जिले का गठन साल 2011 में 28 सितंबर को गाजियाबाद से अलग कर किया गया था। इस जिले की तहसील की बात करें, तो वे हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर और धौलाना है। इस जिले में कुल 272 ग्राम पंचायत और 352 गांव आते हैं।