भारतीय लेखिका गीतांजलि श्री को उपन्यास ” रेत समाधि( Tomb of sand)” को इस बार अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से नवाजा गया है और जिसके साथ ही गीतांजलि श्री बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय हिंदी लेखिका बन गई हैं।
आपको बता दे कि नोबेल पुरस्कार के बाद बुकर पुरस्कार को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। यह पुरस्कार लेखनी में अनुपम योगदान देने वालों लेखकों और साहित्यकारों को दिया जाता है।
टॉम्ब ऑफ सैंड (Tomb of Sand) मूलत: गीतांजलि की पुस्तर रेत समाधि की पुस्तक का अंग्रेजी अनुवाद है जो एक 80 वर्षीय महिला की कहानी है। श्री ने बुकर पुरस्कार लेते हुए कहा कि मैने कभी बुकर का सपना नहीं देखा था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मै यह कर सकती हूं। कितना बड़ा सम्मान है, मैं चकित, प्रसन्न, सम्मानित और विनम्र हूं।
जाने कौन है “रेत समाधि” की लेखिका गीतांजलि श्री
दिल्ली की लेखिका गीतांजली श्री जो उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में जन्मीं हैं, उन्होंने तीन उपन्यासों और कई कहानी संग्रहों की रचना की है। इसके अलावा उन्होंने अपनी रचनाओं का अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, सर्बियाई और कोरियाई में अनुवाद किया है। इससे पहले उनके 2000 के उपन्यास ‘माई’ को 2001 में क्रॉसवर्ड बुक अवार्ड के लिए चुना गया था, हालांकि 2001-03 में कोई पुरस्कार नहीं दिया गया था।
रेत समाधि” उपन्यास पुस्तक का संक्षिप्त परिचय
उनकी यह पुस्तक “रेत समाधि” मूल रूप से 2018 में हिंदी में प्रकाशित हुई थी, जिसे अगस्त 2021 में टिल्टेड एक्सिस प्रेस द्वारा लंदन में अंग्रेजी में प्रकाशित होने वाली पहली पुस्तक है। अपनी पुस्तक के बारे में उन्होंने कहा कि “यह भारत और विभाजन का एक चमकदार उपन्यास है, लेकिन जिसकी मंत्रमुग्धता और भयंकर करुणा, युवा और उम्र, पुरुष और महिला, परिवार और राष्ट्र को एक बहुरूपदर्शक में बुनती है।”
‘रेत समाधि’ रचना का अनुवादित रूप
उनकी इस पुस्तक को अंग्रेजी में अनुवादित करने का श्रेय डेज़ी रॉकवेल को जाता है। इसके साथ ही उनकी यह पुस्तक प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली किसी भी भारतीय भाषा की पहली पुस्तक बन गई है।
अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2022 से जुड़ी कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी
- इस वर्ष पुरस्कार समारोह के जजों ने 135 पुस्तकों पर विचार किया था, जिनमें से 13 पुस्तकों को लॉन्गलिस्ट और उनमें से 6 पुस्तकों को शॉर्टलिस्ट किया गया था।
- वर्ष 2022 पुरस्कार की शॉर्टलिस्ट में ज़्यादातर महिला लेखकों का नाम शामिल है। इसके अलावा इस लिस्ट में पिछले विजेताओं के नाम भी शामिल हैं।
- वर्ष 2022 में पहली बार, सभी शॉर्टलिस्ट किए गए लेखकों और अनुवादकों को £ 2,500 प्राप्त होंगे।
- ‘रेत समाधि/ टॉम्ब ऑफ सैंड’ उपन्यास को छह पुस्तकों की एक शॉर्टलिस्ट से चुना गया था, जिसके बाद इसे विजेता घोषित किया गया था।
- विजेता पुस्तक जो उत्तरी भारत में एक 80 वर्षीय महिला का अनुसरण करती है और जिसे बुकर के जजों ने एक “आनंददायक कैकोफनी” और “अप्रतिरोध्य उपन्यास” करार दिया था।
हम आपको बता दें कि पहली बार अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2005 में इस्माइल कादरी को दिया गया था
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