अयोध्या स्थापित भगवान श्री राम मंदिर में प्रभु रामलला के दर्शन के लिए देशभर से प्रतिदिन लाखो लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है।प्रभु रामलीला के दर्शन के के लिए जहां पहले कुछ ही लोग पहुंच रहे थे वहां अब 2 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच रही है। रामलाल के गर्भ ग्रह में विराजने के बाद अब मंदिर में राम दरबार को जल्द स्थापित करने के लिए इसके प्रथम तल का भी निर्माण तेजी से चल रहा है। राम मंदिर निर्माण करने वाली कंपनी के मुताबिक मंदिर के शिखर व गुम्बदो के निर्माण को छोड़ के बाकी प्रथम और दूसरे तल का निर्माण पूरा किया जाएगा। प्रथम तल का निर्माण दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अयोध्या राम मंदिर में प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की जाएगी।
भक्तों ने किया भरपूर दान
प्रभु श्री राम के भक्ति और सेवा में प्रभु के भक्तों ने राम मंदिर में खुलकर दान किया। अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक मात्र 45 दिनों में एक करोड़ लोगों ने प्रभु रामलला के दर्शन किये जिसमे मंदिर में चढ़ावा व दान राशि समेत 50 करोड़ का दान मंदिर में आया।
अयोध्या राम मंदिर के दर्शन हुए सुगम : एडवाइजरी जारी
अयोध्या राम मंदिर में दर्शन करना जहां पहले बहुत ही दुर्लभ था वही आप इसे आसान बना दिया गया है कोई भी भक्त जो भगवान श्री राम के दर्शन चाहता है तो वह मंदिर में जाकर सभी नियमों का पालन करते हुए प्रभु श्री राम के दर्शन प्राप्त कर सकता है।
आईए जानते हैं अयोध्या राम मंदिर से जारी एडवाइजरी के बारे में –
- श्री राम जन्मभूमि मंदिर में फूल,माला, प्रसाद लेकर जाना प्रतिबंधित है।
- श्रद्धालु अपना मोबाइल,जूते,चप्पल, पर्स आदि सामान मंदिर परिसर के बाहर ही रख कर जाएंगे अंदर ले जाना मना है।
- प्रवेश पत्र हेतु दर्शनार्थी का नाम, आयु,आधार कार्ड, मोबाइल नंबर एवं शहर का नाम जैसे सूचनाये देना आवश्यक है।
- सुबह 4:00 बजे मंगला आरती होगी तथा 6:15 पर श्रृंगार आरती होगी जिसमें शामिल होने के लिए भक्तों को पास लेना पड़ेगा।
- शाम की आरती रात्रि 10:00 बजे होगी इस आरती को शयन आरती कहा जाता है क्योंकि इस आरती के बाद भगवान को शयन कराया जाता है। इसमें भी भक्तगणों को प्रवेश पास के जरिए ही मिल सकेगा।
- इसके अलावा दिन की आरती के समय पास की कोई भी जरूरत नहीं है,बिना पास के भक्तगण प्रभु के दर्शन कर सकते हैं एवं आरती में शामिल हो सकते हैं।
- अयोध्या राम मंदिर में विशिष्ट दर्शन के लिए यानी VVIP दर्शन के लिए निर्धारित शुल्क लेकर किसी पास की व्यवस्था नहीं रखी गई है। यदि आपसे कोई इस प्रकार के दर्शन करवाने के लिए पैसा लेता है तो यह धोखाधड़ी का प्रयास हो सकता है।
- राम मंदिर में वृद्ध जन्म एवं दिव्यांगजनों के लिए दर्शन हेतु अलग से व्यवस्थाएं की गई हैं। उनके लिए मुख्य रूप से व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध होगी। यह केवल श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के लिए है।
- राम मंदिर में दिव्यांगजनों अथवा वृद्धजनों के लिए प्रयुक्त की जाने वाली व्हीलचेयर का कोई भी किराया नहीं लगेगा परंतु व्हीलचेयर ले जाने वाले व्यक्ति को उसका पारिश्रमिक देना होता है।