जानिए क्या है डेंगू बुखार के लक्षण और बचाव
लखनऊ। देश कोविड-19 की महामारी का सामना का रहा है। दुनिया भर के डॉक्टर कारगर वैक्सीन बनाने का प्रयास कर रहें है।
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डेंगू बुखार – कारण एवं निवारण |
वही दूसरी तरफ बदलते मौसम में डेंगू बुखार का भी खतरा बढ़ जाता है। साल 2016 में डेंगू बुखार ने उत्तर प्रदेश में बहुत तबाही मचाई थी।
खास बात यह है कि मलेरिया से बिल्कुल ही विपरीत डेंगू बुखार के मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा शहरों और कस्बों में नजर आते हैं।
डेंगू के मच्छर ज्यादातर घर के अंदर या बाहर छायादार जगहों पर पनपते हैं और इसके अंडों को पूरी तरह से विकसित होने में 5 से 15 दिनों का समय लगता है।
क्या है डेंगू बुखार….
डेंगू एक विषाणु से होने वाली बीमारी है जो एडीज एजिप्टी नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फैलती है।
जानिए डेंगू बुखार के लक्षण
डेंगू बुखार में शरीर के मांसपेशियों और जोड़ो के साथ साथ पूरे शरीर मे भयंकर दर्द होना शुरू हो जाता है। जिसके कारण रोगी ज्यादा चल फिर नहीं पाता है। डेंगू बुख़ार में हड्डियों में ज्यादा दर्द बने रहने के कारण डेंगू को हड्डितोड़ बुखार के नामसे भी जाना जाता है।
इसके साथ साथ आंखों के आस पास तेज़ दर्द और आंखों से गर्म पानी का बहना,जी घबराना, स्वाद का पता न चलना , छाती और ऊपरी अंगों में खसरे जैसे दानों का होना,चक्कर आना, शरीर पर खून के चकत्ते एवं खून में WBC एवं platalates कोशिकाओं की कमी आ जाती है और बहुत बार अधिक मामलों में समय से इलाज न हो पाने पर ये बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है।
होम्योपैथिक डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह बताते है, डेंगू बुखार का बेहतर और कम खर्च में होमियोपैथी में बेहतर इलाज संभव है और ये इलाज काफी प्रभावशाली है।
डेंगू बुखार का होमियोपैथी इलाज
● डेंगू बुखार में Eupatorium perf 30 बहुत ही कारगर मेडिसिन साबित हो चुकी है। इसके साथ-साथ रोगी यदि सुस्त हो और अत्यधिक प्यास लगती हो तो Bryonia 30 पावर की 40 no. की गोलियों में 2-2 घण्टो के अंतराल पर देनी चाहिए।
● यदि रोगी को अत्यधिक बेचैनी हो और मांसपेशियों में बहुत ही ज्यादा दर्द हो तो Eupatorium perf.30 के साथ Rhustox 30 को 40 no. की गोलियों में 2-2 घण्टों के अंतर पर बदल-बदल कर दें।
उपरोक्त उपचार के साथ साथ
● Carica papaya Q मेडिसिन की प्रत्येक 3-3 घंटों पर 20-20 ,
1-1 कप गुनगुने पानी के साथ पिलायें।
अधिक जानकारी के लिए आप डॉ अरविंद से
dr.aksingh11may@gmail.com मेल के माध्यम से ले सकते है।
नोट : आप अपना लेख हमारी ईमेल आईडी पर लिख कर भेज सकते है – stories@indiamitra.com
दवाइयों का प्रयोग करने से पहले किसी अनुभवी चिक्तिसक से सलाह जरूर ले।