रामसर वेटलैंड एक ऐसा स्थान है जहां पर दलदली स्थानों के पेड़ पौधों की एवं जीव जंतु के पर्यावरणीय समस्याओं से उनको बचाने एवं संरक्षित करने किया जाता है। रामसर आद्र भूमि क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय महत्व की ऐसे विशिष्ट भूमि क्षेत्र हैं जो विशेषकर जलप्रवाही पशु पक्षियों के प्राकृतिक आवास से संबंधित हैं ।यह आद्र भूमि के धारणीय प्रयोग के और संरक्षण को सुनिश्चित करने वाली एक अंतरराष्ट्रीय संधि है।
अभी हाल ही में कन्वेंशन सेंटर आई रिपोर्ट के अनुसार भारत में रामसर कन्वेंशन के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व के 5 नए रामसर सदस्यों को नामित किया है जिन्हें वेटलैंड कन्वेंशन के रूप में भी जाना जाता है । भारत में नए रामसर वेटलैंड स्थलों में शामिल स्थान अलग अलग राज्यों से है।
रामसर वेटलैंड कन्वेंशन में हुए शामिल स्थल और राज्य
रामसर वेटलैंड कन्वेंशन अर्थात रामसर आर्द्रभूमि क्षेत्रों के अंतर्गत भारत के पांच आद्र भूमि स्थानों को इसमें सम्मिलित किया गया है । जो मुख्य रूप से निम्नलिखित राज्यों से हैं।
- तमिलनाडु तीन वेटलैंड भूमि क्षेत्र
- मिजोरम और एक वेटलैंड क्षेत्र
- मध्य प्रदेश एक वेटलैंड भूमि क्षेत्र
भारत में रामसर स्थलों की कुल संख्या
उस समय भारत में कुल 46 रामसर साइटें थीं जो कि अब 2022 में 49 साइटों तक बढ़ गई हैं। 2 फरवरी, 2022 को, गुजरात में खिजड़िया वन्यजीव अभयारण्य और उत्तर प्रदेश में बखिरा वन्यजीव अभयारण्य के नाम से दो नवीनतम रामसर स्थलों को सूची में जोड़े गए थे।
वर्तमान में रामसर कन्वेंशन साइट के तहत भारत में रामसर स्थलों की कुल संख्या 54 है। जो कि पहले संख्या 49 थी।
रामसर कन्वेंशन का प्रमुख उद्देश्य
वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए तथा पर्यावरण संरक्षण प्रदान करने किले लिए इस प्रकार व्यवस्था की गई।
आइए जानते हैं कि रामसर कन्वेंशन बनाने का प्रमुख उद्देश्य और इसका लक्ष्य क्या है?
भारत में रामसर आर्द्रभूमि का मुख्य उद्देश्य आधुनिक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क विकसित करना है और उसे उन्नति के शिखर पर उन्मुख करना क्योंकि वैश्विक जैव विविधता के संरक्षण और मानव जीवन को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
रामसर कन्वेंशन में शामिल पांच नए वेटलैंड स्थानों के नाम
भारत के पांच नए रामसर स्थल में तीन तमिलनाडु के तथा एक मध्यप्रदेश और मिजोरम के स्थान शामिल है ।
तमिलनाडु राज्य के स्थल
तमिलनाडु राज्य के तीन स्थानों को रामसर कन्वेंशन में शामिल किया गया है जो कि इस प्रकार हैं-
- करईकीली पक्षी अभ्यारण पक्षी अभ्यारण
- पल्लकरणाई मार्स रिजर्व फॉरेस्ट
- पिचवरम माइग्रो फॉरेस्ट
मध्य प्रदेश राज्य के स्थल
4.मध्य प्रदेश राज्य के एक स्थल साख्य सागर को रामसर कन्वेंशन के तहत आद्र भूमि क्षेत्र घोषित किया गया।
मिजोरम राज्य के स्थल
5. मिजोरम में पाला वेटलैंड को रामसर कन्वेंशन के तहत वेटलैंड क्षेत्र यानी आर्द्रभूमि क्षेत्र घोषित किया गया।
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