1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की ओर उत्तर प्रदेश: योगी सरकार की 6 वर्षों के कार्यकाल में कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई एवं इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। उत्तर प्रदेश की इसी व्यवस्था ने निवेशकों का ध्यान अपनी और खींचा। प्रदेश की कई क्षेत्रों में झलक देखने को मिल रही है। डबल इंजन विकास मॉडल से नए क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है उत्तर प्रदेश।
रोजगार के अवसर भी काफी उत्सर्जित किया जा रहे हैं तथा अब यूपी 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की और तेजी से बढ़ रहा है।
उत्तर प्रदेश बना एक्सप्रेस वे प्रदेश…
उत्तर प्रदेश को अब देश का एक्सप्रेस वे प्रदेश कहा जाता है। हम आपको बता दें कि वर्तमान में 6 एक्सप्रेस वे संचालित और 7 निर्माणाधीन है। यूपी में सर्वाधिक हवाई अड्डे भी हैं।एमएसएमई की क्षेत्र में बात करें तो 96 लाख इकाइयों का यह सबसे बड़ा राज्य है जो ODOP one district one product Yojana ) यानी वन जिला,वन उत्पाद योजना से राज्य में उद्योगों का विस्तार किया है।
निवेशकों के लिए उद्यम हितैषी 25 सेक्टरल पॉलिसी लागू की गई है उत्तर प्रदेश में खाद्यान्न गन्ना,आम, आलू, चीनी,दूध व एथेनॉल के उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी स्थान पर है। यहां की समृद्धिशाली कला संस्कृति व त्यौहारों को भव्यता प्रदान कर यूपी को विश्व अटल पर एक नई पहचान दी गई।कुंभ, देव दीपावली, अयोध्या दीप उत्सव एवं मथुरा के रंग उत्सव जैसे आयोजनों ने पूरे विश्व को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित किया है।
आईये जानते हैं कि और किन चीजों में उत्तर प्रदेश रहा नंबर वन…
पर्यटन में नंबर वन..
उत्तर प्रदेश घरेलू पर्यटकों की संख्या के लिहाज से देश का पहला राज्य बन गया है। पिछले 1 साल में ही उत्तर प्रदेश में 31 करोड़ से अधिक घरेलू पर्यटक आए जो देश की कुल घरेलू पर्यटकों का 18.4% है।इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश तरक्की की ओर बढ़ रहा है।
निवेशकों को आकर्षित करने में प्रथम..
उत्तर प्रदेश अपने समृद्धि व संस्कृति के क्षेत्र में जहां एक ओर काफी तेज से आगे बढ़ रहा है वहीं दूसरी ओर निवेशकों को भी आकर्षित करने में उत्तर प्रदेश पीछे नहीं है। नए निवेशकों की दृष्टि से उत्तर प्रदेश नंबर वन स्थान पर है। अप्रैल 2023 में यूपी से 1.26 लाख में निवेशक जुड़े ।
गरीबी उन्मूलन का रहा व्यापक प्रभाव
उत्तर प्रदेश में गरीबी की संख्या में काफी मात्रा में कमी आई है। जहां पहले उत्तर प्रदेश गरीबी रेखा में बहुत ऊपर था वहीं अब उत्तर प्रदेश गरीबी रेखा से काफी ऊपर निकल आया है। यूपी में 3.43 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर हुए इसमें एक करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
निर्यात में वृद्धि
पिछले 6 वर्षों में निर्यात वृद्धि पर विशेष बल दिया जा रहा है उत्तर प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2022-23 में यूपी से 1.74 लाख करोड रुपए का निर्यात व अगले 5 साल में निर्यात को 3 लाख करोड रुपए तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है
उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी की अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन इकोनामी बनाने का लक्ष्य रखा है जबकि भारत सरकार ने यह लक्ष्य 5 ट्रिलियन इकोनामी कर रखा है।
आयकर रिटर्न भरने में उत्तर प्रदेश रहा दूसरे स्थान पर
आयकर रिटर्न दाखिला में उत्तर प्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है।जून 2014 में 1.65 लाख आईटीआर फाइल किए गए थे वहीं जून 2023 में यह आंकड़ा बढ़कर 11.92 लाख पहुंच गया है।
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन इकोनामी लक्ष्य को आगे बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और अगले 4 वर्षों में वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर इसमें विशेष योगदान देगा
जिस प्रकार भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है उसी प्रकार से उत्तर प्रदेश में तरक्की और समृद्धि के क्षेत्र में आगे आ रहा है.. इस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं
आज उत्तर प्रदेश दुनिया के लिए एक उम्मीद बन गया है और देश के समग्र विकास को गति दे रहा है। यूपी ने सामाजिक,भौतिक और डिजिटल बुनियादी राज्य पर जो काम किया है,उसे उत्तर प्रदेश का लाभ मिला है।
इस प्रकार से उत्तर प्रदेश की सकारात्मक और दूरदर्शी नीति राज्य को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की और करीब ले जा रही हैं। नए मानक स्थापित करने के साथ अप आत्मनिर्भर बन रहा है आज नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर साफ दिखाई दे रही है।