गर्मियों में जुकाम होना आम बात है क्योंकि पसीना, ठंडा-गर्म खाना-पीना, एसी से बाहर गर्मी में आना-जाना, धूल-मिट्टी और संक्रमण की वजह से शरीर जल्दी प्रभावित हो जाता है। 🙂
जुकाम (Cold / Common cold) ज़्यादातर वायरस (जैसे Rhinovirus, Coronavirus आदि) से होता है। ये वायरस बहुत तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे तक फैल जाते हैं।
कैसे फैलता है जुकाम?
1. खाँसी या छींक से – जब संक्रमित व्यक्ति खाँसता या छींकता है तो हवा में छोटे-छोटे droplets (बूंदें) निकलते हैं जिनमें वायरस होता है। दूसरा व्यक्ति इन्हें साँस से ले लेता है।
2. छूने से (Contact) – बीमार व्यक्ति जब नाक-मुँह छूने के बाद दरवाज़े का हैंडल, किताब, मोबाइल या कोई चीज़ छूता है और फिर दूसरा व्यक्ति वही छूकर अपना मुँह/नाक छू ले, तो वायरस अंदर चला जाता है।
3. भीड़भाड़ वाली जगह – क्लासरूम, ऑफिस, बस, ट्रेन जैसी जगहों पर यह ज्यादा तेजी से फैलता है।
4. कमज़ोर इम्यूनिटी – जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उन्हें जल्दी संक्रमण हो जाता है।
उपाय (Garmiyo me Jukam hone par kya kare):

1. पानी ज्यादा पिएं – गुनगुना या नॉर्मल पानी बार-बार पिएं।
2. भाप लें (Steam inhalation) – हल्की भाप लेने से नाक खुल जाती है और गले का खराश भी कम होता है।
3. गर्म पानी से गरारे – नमक डालकर गरारे करने से गले का दर्द और संक्रमण जल्दी ठीक होता है।
4. तुलसी और अदरक की चाय – इसमें शहद डालकर पी सकते हैं। यह प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और इम्यूनिटी बढ़ाने वाला होता है।

5. नींबू-शहद वाला गुनगुना पानी – विटामिन C से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
6. धूल, धूप और सीधा पंखा/AC से बचें।
7. आराम करें – शरीर को पर्याप्त नींद और आराम दें।
कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
🔸अगर बुखार 101°F से ज्यादा हो।
🔸सांस लेने में तकलीफ हो।
🔸5–6 दिन बाद भी सुधार न हो।
🔸बहुत तेज सिरदर्द या कान दर्द हो।