परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स का सपना अच्छा स्कोर करके टाॅप करना होता है। हालांकि, टॉपर बनना किसी एक दिन की मेहनत से नहीं होता। यह उन छोटे-छोटे रोज की आदतों का परिणाम होता है जो छात्रों को लगातार फोकस्ड और आत्मविश्वासी बनाए रखती हैं।
सफल छात्र चीजों को केवल याद ही नहीं करते बल्कि उसे समझते, दोहराते और सही तरीके से लिखते भी हैं। इससे उन्हें हर परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करती हैं। आज इस लेख में हम बताएंगे कि टॉपर्स की कुछ खास प्रमुख आदते जो उन्हें और बच्चों से अलग बनाती हैं। आईए जानते हैं…
रोजाना की स्मार्ट स्टडी प्लानिंग जरूरी

टॉपर दिन की शुरुआत एक साफ और सरल स्टडी प्लान से करते हैं। वे तय करते हैं कि आज क्या पढ़ना है, कब पढ़ना है और क्या रिजल्ट पाना है। इससे उनका रूटीन सेट हो जाता है और वे इधर-उधर भटकते नहीं। आज के कई टॉप रैंक वाले स्टूडेंट्स के अच्छे मार्क्स लाने की एक वजह यह है कि वे जो जानकारी हासिल करते हैं उसे आसानी से समझने लायक तरीके से अच्छे से समझा और एक्सप्रेस कर पाते हैं।
पढ़ना ही नहीं, लिखना भी जरूरी

सिर्फ पढ़ना ही काफी नहीं है। टॉपर एक्टिव लर्निंग पर ध्यान के अलावा लिखकर प्रैक्टिस करते हैं। जिस तरह से एग्जाम में लिखना होता है…उसी तरह प्रैक्टिस करके आगे बढ़ते हैं। जवाब की शुरुआत सीधे और अच्छी लाइन से करनी जरूरी है। वे अपने जवाब एक या दो सेंटेंस में डायरेक्ट रिस्पॉन्स के साथ शुरू करते हैं। वे अपने आइडिया को आसान और लॉजिकल ऑर्डर में रखते हैं।
आंसर राइटिंग में साफ प्रेजेंटेशन जरूरी

आंसर राइटिंग में प्रेजेंटेशन एक और डेली डिसिप्लिन है। टॉपर अपनी लिखावट, स्पेसिंग, हेडिंग्स और अंडरलाइनिंग पर ध्यान देते हैं। जरूरत पड़ने पर सरल डायग्राम भी बनाते हैं। इस तरह से साफ प्रेजेंटेशन से अच्छा प्रभाव पड़ता है। एक अच्छी तरह से दिया गया आंसर एग्जामिनर के कंटेंट पढ़ने या देखने से पहले ही आपकी क्लैरिटी दिखाता है।

