इस प्रकृति में बहुत से पेड़ पौधे पाए जाते हैं ,जिनका प्रयोग किसी न किसी प्रकार से जड़ी बूटियों के रूप में किया जाता है परंतु जब हम इन सभी चीजों से अनभिज्ञ होते हैं तो हम प्रकृति में विद्यमान चीजों का महत्व नहीं समझ पाते हैं अर्थात किस जड़ी बूटी का प्रयोग किस तरीके से करना है यह हमें ज्ञात नहीं होता है।
आज हम आपको बताने वाले हैं एक ऐसी जड़ी बूटी के बारे में जिससे आप सभी लोग बखूबी जानते हैं हम बात कर रहे हैं प्रकृति में विद्यमान बांस के बारे में। बांस , जिसका ज्यादातर उपयोग फर्नीचर बनाने में किया जाता है। आइए जानते हैं कैसे बांस का उपयोग जड़ी-बूटी के रूप में करके हम अनेक रोगों से छुटकारा पा सकते हैं
क्या है बांस(बेत)?
बेंत एक प्रकार की लंबी झाड़ी होती है। जिसके तने बहुत ही लचीला और मजबूत होते हैं। इसका ज्यादातर उपयोग छड़ी फर्नीचर बनाने के लिए किया जाता है । इसके अलावा इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में इसका बहुत अधिक महत्व माना गया है।
आयुर्वेदिक तौर पर इसका प्रयोग कई बीमारियों का उपचार करने के लिए औषधि के रूप में किया जाता है ।
दोस्तों, इसे वेत्र के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर की कई समस्याओं जैसे एसिडिटी ,डायबिटीज, मूत्र से संबंधित रोग पेट में कीड़े आदि को दूर करने के लिए बेहद उपयोगी माना गया है। इसके प्रयोग से मिलने वाले फायदे कौन-कौन से हैं, आइए जानते हैं-
पथरी से छुटकारा दिलाए
बेंत का क्षार बनाकर शहद के साथ सेवन करने से पथरी की गंभीर से गंभीर समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है।
बुखार में फायदेमंद है
बेंत की जड़ का प्रयोग बुखार के लिए भी फायदेमंद होता है। बुखार होने पर यदि इसकी जड़ से काढ़ा बनाकर सेवन किया जाए तो बुखार जल्दी उतर जाता है और कमजोरी से भी राहत मिल जाती है।
सूजन और दर्द में है ,अचूक दवाई
बेंत की शाखाओं से बने काढ़े में नमक मिलाकर पीने से शरीर की सूजन कम होती है तथा साथ ही सूजन के कारण होने वाले दर्द से भी राहत मिल जाती है।
मूत्र से संबंधित रोगों में पहुंचाए राहत
यदि किसी व्यक्ति को मूत्र से संबंधित कोई बीमारी है अथवा कोई समस्या है तो वह बेंत से बनी हुई दवाई का सेवन करके इस बीमारी से छुटकारा पा सकता है। इसकी जड़ को पीसकर चावल की धोबिन के साथ सेवन करने से मूत्र से संबंधित समस्या जैसे रुक रुक कर पेशाब आना, जलन और दर्द से छुटकारा मिल सकता है।
पेट के कीड़ों को करे खत्म, दे राहत
किसी के पेट में कीड़े होने के कारण बहुत सी बीमारियां होने का डर बना रहता है। पेट में कीड़े होने पर यदि बेंत की जड़ का काढ़ा दिया जाए तो इस बीमारी से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
डिप्रेशन को करें दूर
डिप्रेशन और तनाव जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए बेंत एक रामबाण दवाई है। इसके फूलों का काढ़ा बनाकर पीने से डिप्रेशन और तनाव जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है साथ ही मानसिक समस्या से भी राहत मिल जाती है।