अक्सर लोग कहते हैं कि ज्यादा तनाव लेना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है, इससे व्यक्ति अस्वस्थ हो जाता है परंतु हम आपको बता दें कि तनाव हमेशा बुरा नहीं होता है कभी-कभी यहां भी अच्छा होता है। चिकित्सक भाषा में इसे ‘गुड स्ट्रेस’ ही कहते हैं। वास्तव में Good Stress आपके दिमाग के प्रदर्शन में सुधार लाता है।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि गुड स्ट्रेस लेना भी स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है क्योंकि यह आपको कुछ नया कार्य करने सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है। जब आप बिलकुल तनाव मुक्त रहते हैं तो आपको किसी भी कार्य की चिंता नहीं होती है और वह कार्य उसी तरह पड़ा रहता है परंतु जब आप उस कार्य के प्रति चिंतित होते हैं तो उसके प्रति योजना बनाते हैं और उसे दृढ़ निश्चय के साथ करने का प्रयास करते हैं तो इस प्रकार का चिंतन आपके लिए गुड स्ट्रेस का का रूप ले लेता है।
तनाव होने का कारण…
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तनाव जीवन में के तरीके के बदलाव ला सकता है। तनाव कई कारण से हो सकता है। जैसे -माता पिता को संतान की चिंता,विद्यार्थी को परीक्षा का तनाव, व्यवसाय पेशा को व्यापार का तनाव, मरीज को स्वास्थ्य का तनाव, आदि … इस प्रकार के तनाव और अधिक तब बढ़ जाते हैं जब इसके परिणाम हमारी पहुंच में नहीं होते हैं।
‘गुड स्ट्रेस’ के लाभ…..
- कार्य को जल्दी पूर्ण करने में मदद करता है।
- उत्साह व प्रोत्साहन बढ़ाता है।
- एक नई दिशा प्रदान करता है।
- कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहन में मददगार।
- कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है।
- कार्य जल्दी पूर्ण कराने में मदद करता है।
- नई योजना निर्माण में सहायक सहायक।
- मस्तिष्क की गति गतिविधि को सुचारू करता है।
- इससे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि होती है।
- लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने में सहायक।
- कार्य और उद्देश्य के प्रति एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- ध्यान रहे कि जब आप स्ट्रेस लेते हैं तो उस समय शरीर मे इंजाइम रिलीज करता है जो शरीर की बूस्ट क्षमता को बढ़ाता है लेकिन अगर तनाव लंबे समय तक रहता है तो यह आपको बीमार भी कर सकता है। जिससे कि मसल्स स्ट्रेस, सिर दर्द, थकान, वेस्ट पेन, चेस्ट पेन, हार्टबीट बढ़ जाने जैसी समस्याएं होने लगती है। इसलिए ज्यादा तनाव ना ले।
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तनाव के प्रकार…
तनाव कई तरीके का होता है जो मनुष्य के शरीर को स्वस्थ या अस्वस्थ कर सकता है परंतु मुख्य रूप से तनाव दो प्रकार का होता है –
- सकारात्मक तनाव( Good positive stress )
- नकारात्मक तनाव (bad/Negative stress)
आईए उदाहरण द्वारा समझते हैं –
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जब आप किसी ऐसे कार्य कार्य के लिए तनाव लेते हैं जो आपके हाथों में नहीं है तो ऐसे तनाव को नकारात्मक कहा जाता है यानी नेगेटिव स्ट्रेस । जो आपके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है।परंतु यदि किसी बच्चे की परीक्षा है और वह तनाव लेता है उसे चिंता होती है कि उसे अच्छे नंबर लाने हैं और वाह दिन -रात मेहनत तथा प्रयास करता है ताकि उसके अच्छे नंबर आए तो यह एक प्रकार का सकारात्मक चिंतन यानी गुड स्ट्रेस हुआ जिसका परिणाम आपको प्रसन्नता दिलाएगा।