जौ का पानी पोषक तत्व से पूर्ण रूप से भरपूर होता है इसे बहुत सारे औषधीय गुण भी पाए जाते हैं जो अनेक प्रकार की गंभीर समस्याओं को दूर करने में मददगार होते हैं ।जौ के पानी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं । नियमित रूप से यदि आप जौ का पानी पीते हैं तो आपका पाचन तंदुरुस्त बना रहता है । जौ के पानी में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो कि पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक भूमिका अदा करता है। जौ के पानी में घुलनशील डाइटरी फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण या पाचन तंत्र को मजबूत करता है इसमें मौजूद गुण अपच कब्ज ,ब्लोटिंग जैसी परेशानियों को दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है। प्रतिदिन खाली पेट एक गिलास जौ का पानी नियमित रूप से पीने वालों को पेट और पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है
पोषक तत्व से होता है भरपूर,कब्ज में मिले राहत..
आईए जानते हैं कि किस प्रकार से जौ का पानी पेट और पाचन के लिए बहुत ही अच्छा होता है।
वजन घटाने में मददगार
वजन कम करने के लिए जौ का पानी खाली पेट पीना चाहिए जो मैं मौजूद फाइबर और पोषक तत्व शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा फैट कम करने में और वजन कंट्रोल करने के लिए फायदेमंद होते हैं।
हड्डियों को बनाए मजबूत
सुबह खाली पेट जौ का पानी पीने से हड्डियों की मजबूती बढ़ती है ।जौ के पानी में कैल्शियम और फास्फोरस की पर्याप्त मात्रा होती है ।इसका सेवन करने से हड्डियों को मजबूत करने में फायदा मिलता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी के खतरे को कम करने में भी मदद मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक
आजकल हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या आम हो गई है इस कम करने के लिए रोजाना अनेकों प्रकार की दवाइयां का प्रयोग करते हैं परंतु हम आपको बता दें यदि आपको भी यह समस्या है तो आप खाली पेट जौ के पानी का सेवन कर सकते हैं क्योंकि जब का पानी खाली पेट पीने से हाई फाइबर और फाइटोकेमिकल्स की मात्रा होने के कारण कोलेस्ट्रॉल कम करने में फायदा मिलता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है
जौ के पानी में एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, जिससे आप संक्रमण और कई तरह की बीमारियों को मात दे सकते हैं। इस ड्रिंक को पीने से पुरानी बीमारियां भी कम हो सकती हैं।
इस तरह बनाएं जौ का पानी
सबसे पहले जौ के दानों को अच्छी तरह धो लें। अब एक बर्तन में पानी लें, इसमें जौ के दानों को डालें। इस पानी को अच्छी तरह उबालें। फिर इसे छान लें, चाहें तो इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं। जब यह गुनगुना हो जाए, तो इसे पी सकते हैं।