वैसे तो हमारे देश में और विश्व में कई प्रकार की दिवस मनाया जाते हैं परंतु अब छोटी-छोटी चीजों को महत्व देते हुए विश्व स्तर पर हम उसे मनाने लगे हैं। जैसा कि आज मनाते हैं विश्व मच्छर दिवस.…
आज 20 अगस्त विश्व भर में विश्व मच्छर दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आपको बता दें कि जिस प्रकार से सरकारी ऑफिस में कर्मचारियों का काम बंटा होता है। वैसे ही मच्छरों के भी अपने इलाके होते हैं। जो मच्छर ग्रामीण क्षेत्रों में पाए जाते हैं, वे शहर में नहीं होते हैं मच्छरों के काटने से कई बार चकत्ते भी पड़ जाते हैं। कुछ मच्छर ऐसे होते हैं जो गंदगी में पनपते हैं और उनके काटने से मलेरिया रोग हो जाता है। इन सभी मच्छरों के काटने की जगह भी अलग-अलग होती है। दोस्तों आज हम आपसे बात करने वाले हैं कि मच्छर कितने प्रकार के होते हैं और किस स्थान पर सबसे ज्यादा पनपते हैं ।इसके अलावा हम आपसे बात करेंगे मच्छरों से होने वाले रोग के बारे में। तो आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ..
मच्छरों के प्रकार
- एडीज मच्छर
- एनाफिलीज मच्छर
- क्यूलेक्स मच्छर
मच्छर तीन प्रकार के होते हैं और इन सभी मच्छरों के काटने का प्रभाव अलग अलग होता है।
एडीज मच्छर
एडीज मच्छर के काटने से प्रायः डेंगू ,जीका और चिकनगुनिया जैसी बीमारी हो जाती है। यह बीमारी बैक्टीरिया के द्वारा होती है जो कि एक आदमी से दूसरे आदमी को भी प्रभावित करती है । इस इस मच्छर के काटने से शरीर पर सफेद चकत्ते पड़ जाते हैं। सफेद चकत्ते वाला यह मच्छर कई लोगों को काटता है। तब जाकर इस का पेट भरता है।
एनाफिलीज मच्छर
एनाफिलीज मच्छर के काटने से मनुष्य के साथ-साथ जानवरों को भी नुकसान होता है। क्योंकि यह मनुष्य और जानवर दोनों को प्रभावित करता है परंतु इसकी खास बात यह है कि यदि जानवर हो तो यह इंसानों को प्रभावित नहीं करता है। एनाफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया जैसी बीमारी हो जाती है। जो कि एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है इन मच्छरों की पहली पसंद इंसान नहीं बल्कि जानवर होते हैं।
क्यूलेक्स मच्छर
क्यूलेक्स मच्छर अन्य सभी मच्छरों से अलग होता है इस मच्छर के काटने से हुई बीमारी काफी तेजी से फैलती है इस कारण से इस से होने वाली बीमारी को फाइलेरिया कहा जाता है। फाइलेरिया और जैपनीज एन्सेफेलाइटिस फैलाने वाला मच्छर प्रजनन क्षमता में सबसे आगे है। यह एक व्यक्ति को काट कर पेट भर सकता है।
प्रदेश के इंटरमाइलिसट सुदेश कुमार ने बताया कि एनाफिलीज मच्छर की 4 प्रजातियां पाई जाती हैं। अक्सर लोग समझते हैं कि बीमारी मच्छर के काटने से होती है लेकिन मच्छर महज कैरियर मात्र होते हैं। मच्छर जब किसी डेंगू संक्रमित को काटता है तो वायरस में पहुंच जाता है उसके बाद दूसरे शख्स को काटने पर भी उसे संक्रमित कर देता है इस प्रकार से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में काफी तेजी से फैलता है।