राष्ट्रीय एकता दिवस का मतलब
राष्ट्रीय एकता दिवस का अर्थ है — देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने का संकल्प लेना।
इस दिन हम याद करते हैं कि भारत विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं वाला देश होते हुए भी “एक भारत” है।
राष्ट्रीय एकता दिवस
यह दिवस हर वर्ष 31 अक्टूबर को मनाया जाता है।
इस दिन भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म हुआ था (31 अक्टूबर 1875)।
उनके योगदान से ही 562 रियासतों को भारत संघ में जोड़ा गया।
सरदार पटेल को कहा जाता था लौह पुरुष

सरदार वल्लभभाई पटेल जो कि देश के पहले उपराष्ट्रपति थे क्या हुआ क्योंकि उन्होंने दृढ़ इच्छाशक्ति और कूटनीति से सैकड़ों रियासतों को एक साथ जोड़कर “एक भारत” का निर्माण किया।
उनकी इस भूमिका के कारण उन्हें Iron Man of India (भारत के लौह पुरुष) कहा गया।
राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व
यह दिवस देश की एकता और संप्रभुता की रक्षा के लिए जनता को प्रेरित करता है।
यह हमें सिखाता है कि भिन्नता में भी “एकता” ही हमारी ताकत है।
स्कूलों और कॉलेजों में इस दिन राष्ट्र-एकता शपथ दिलाई जाती है।
राष्ट्रीय एकता दिवस 2025 की थीम
इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस की थीम है:
“Ek Bharat, Aatmanirbhar Bharat” (एक भारत, आत्मनिर्भर भारत)
यह थीम इस वर्ष विशेष रूप से इसलिए चुनी गई है क्योंकि 2025 में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मनाई जाएगी।
राष्ट्रीय एकता दिवस हमें सिखाता है कि
अनेकता में एकता ही भारत की असली पहचान है।”
सरदार पटेल की नीतियों और दृष्टिकोण से ही आज का भारत एक सशक्त राष्ट्र बना है।

 
									 
					
