यूएस चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स ने हाल ही में विश्व बौद्धिक संपदा सूचकांक 2024 (WIPO) की सूची जारी कर दी है। इस वर्ष इसका 12वा संस्करण जारी किया गया है। यूएस चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स दुनिया भर मैं आईपी परिदृश्य का व्यापक मूल्यांकन प्रदर्शित करता है। विश्व बौद्धिक संपदा सूचकांक में इस वर्ष प्रथम स्थान अमेरिका ने प्राप्त किया है।
विश्व बौद्धिक संपदा सूचकांक में भारत का स्थान
विश्व बौद्धिक संपदा सूचकांक 55 देश को शामिल किया गया था जिसमें भारत ने 42वा स्थान प्राप्त किया है। यह प्लेसमेंट नवाचार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत के लिए चल रही चुनौतियों और अवसरों को रेखांकित करता है।
विश्व बौद्धिक संपदा सूचकांक जारी कर्ता
विश्व बौद्धिक संपदा सूचकांक की सूची यूएस चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स द्वारा जारी की जाती है।
- WIPO का पूरा नाम World Intellectual Property Organization यानी विश्व बौद्धिक संपदा संगठन है।
- यह संयुक्त राष्ट्र की सबसे पुरानी एजेंसियों में से एक है।
- इसका गठन 1967 में रचनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और विश्व में बौद्धिक संपदा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिये किया गया था।
- इसके तहत वर्तमान में 26 अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ आती हैं।
- WIPO का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।
- प्रत्येक वर्ष 26 अप्रैल को विश्व बौद्धिक संपदा दिवस मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश इसके सदस्य बन सकते हैं, लेकिन यह बाध्यकारी नहीं है।
- फिलिस्तीन को इसमें स्थायी पर्यवेक्षक का दर्जा मिला हुआ है तथा लगभग 250 NGO और अंतर-सरकारी संगठन इसकी बैठकों में बतौर आधिकारिक पर्यवेक्षक शामिल होते हैं।
- भारत 1975 में WIPO का सदस्य बना था।
बौद्धिक संपदा का तात्पर्य( Means of intellectual property)
बौद्धिक संपदा (Intellectual property- IP) संपत्ति की एक श्रेणी है जिसमें मानव बुद्धि की अमूर्त रचनाएँ मुख्य रूप से कॉपीराइट, पेटेंट और ट्रेडमार्क शामिल हैं।
बदलती दुनिया में संतुलित अंतर्राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा नियमों को बनाने के लिये यह एक नीतिगत मंच का काम करता है।
- विभिन्न देशों की सीमाओं के पार बौद्धिक संपदा संरक्षण और विवादों को हल करने के लिये वैश्विक सेवाएँ देना भी इसके कार्यों में शामिल है।
- बौद्धिक संपदा प्रणालियों को आपस में जोड़ने और ज्ञान साझा करने के लिये तकनीकी आधारभूत संरचना बनाना भी WIPO के ज़िम्मे है।
- सभी सदस्य देशों को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के लिये बौद्धिक संपदा का उपयोग करने में सक्षम बनाने के लिये सहयोग और क्षमता निर्माण कार्यक्रम चलाना।
विश्व बौद्धिक संपदा सूचकांक 2024 का विषय (theme)
आईपी और एसडीजी: नवाचार और रचनात्मकता के साथ हमारे साझा भविष्य का निर्माण”(IP and the SDGs: Building our shared future with innovation and creativity”)