दीवाली दीपों का त्यौहार होता है जिसे पूरे भारत में हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है । इस त्यौहार को लोग अलग-अलग नामों से पुकारते हैं जैसे दिवाली में महाराष्ट्र में चकरी और मावे की गुजिया बनाने की परंपरा है वहीं बंगाल में लोग खिचड़ी और खीर पुलाव को भगवान को भोग लगाते हैं एवं काली माता की पूजा की जाती है। इसके अलावा कायस्थ परिवारों में गणेश लक्ष्मी की पूजा के बाद कलम और किताबों को बंद करके चित्रगुप्त जी की पूजा भी की जाती है और कागज पर चित्रगुप्ताये नमो नमः मंत्र को लिखकर भगवान को अर्पित किया जाता है।
दिवाली पर मां लक्ष्मी और श्री गणेश की पूजा का विशेष महत्व है । माना जाता है कि मां लक्ष्मी देवी की पूजा से धन की प्राप्ति होती है और गणेश जी की पूजा से शुभत्व की प्राप्ति होती है तथा धन खर्च करने की बुद्धि मिलती है। श्री गणेश भगवान एवं मां लक्ष्मी शुभता का प्रतीक है।
इसके लिए यह आवश्यक हो जाता है की पूजा के लिए मां लक्ष्मी और गणेश जी की प्रतिमा खरीदते वक्त भी कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। आईए जानते हैं की प्रतिमा खरीदनी वक्त किन बातों का रखें ध्यान –
मां लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा खरीदते वक्त रखे इन बातों का ध्यान
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक गणेश जी मां लक्ष्मी के बाई और हो उनकी सूड हमेशा दाई ओर हो,इस बात का ध्यान अवश्य रखें इसी तरह मां लक्ष्मी गुलाबी कमल पर बैठी मुद्रा में विराजमान हो तो ऐसी प्रतिमा की पूजा से शुभ फल मिलते हैं। लक्ष्मी माता की प्रतिमा कभी खड़ी मुद्रा में नहीं होनी चाहिए।
क्यों गणेश जी ,माता लक्ष्मी की दाएं ओर बैठते हैं?
गणेश जी माता लक्ष्मी के पुत्र के समान है ऐसे में पूजा में सदा भवानी दाहिनी और गणेश बाई ओर या सम्मुख रहे। मां लक्ष्मी की प्रतिमा हमेशा दाहिनी रखनी चाहिए यानि पहले लक्ष्मी जी की प्रतिमा श्री गणेश जी की प्रतिमा होनी चाहिए।
माता की सवारी है उल्लू
माता की लक्ष्मी की प्रति माता लक्ष्मी की प्रतिमा खरीदते समय यह भी बात का ध्यान अवश्य रखें कि धन
की देवी अधिष्ठात्री देवी माता लक्ष्मी को पुराणों में कमलासन कहा गया है । यह गुलाबी रंग के कमल पर विराजमान है ऐसे में दिवाली पर पूजन के लिए देवी की प्रतिमा हमेशा कमल पर आसन वाली ही लेनी चाहिए। माता लक्ष्मी की सवारी उल्लू है पर इसका ध्यान रखना आवश्यक है कि कमल पर विराजित देवी की पूजा से प्राप्त धन स्थिर रहता है वही उल्लू पर सवार लक्ष्मी जी की पूजा से धन स्थिर नहीं रहता है।