सुषमा स्वराज जो कि हमारे देश की पूर्व विदेश मंत्री थी आज वह इस समय दुनिया में नहीं है परंतु उन्होंने देश के लिए जो कार्य किए हैं वह सराहनी है। सुषमा स्वराज की गिनती देश की सर्वश्रेष्ठ महिलाओं में की जाती है।
आतंक के साथ बात नहीं हो सकती हैं, लेकिन आतंक के बारे में बातचीत कर सकते हैं।
हम आतंकवाद की परिभाषा तय करने में उलझे हुए हैं, हमें ये समझना होगा कि आतंकवादियों में अच्छे या बुरे के आधार पर अंतर नहीं किया जा सकता।
आर्थिक और सामाजिक प्रगति भी हमारा एक महत्त्वपूर्ण लक्ष्य है, यदि मानव की न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति कर दी जाये तो शांतिप्रिय समाज की स्थापना हो सकती है।
ये इतिहास में पहली बार नहीं हुआ कि राज्य का सही अधिकारी अपने राज्य से वंचित कर दिया गया हो।
क्या हमने पृथ्वी के संसाधनों का अपनी आवश्यकता के अनुसार उपयोग किया है, या लालच में आकर उनका शोषण किया है।
सुषमा स्वराज एक भारतीय वकील, राजनीतिज्ञ और राजनयिक थीं, जिन्होंने 2014 से 2019 तक पहली नरेंद्र मोदी सरकार में भारत के विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया।
इनका जन्म 14 फरवरी 1952 व 6 अगस्त 2019 को उनका देहांत हो गया था । जवाहरलाल नेहरू के बाद वह विदेश मंत्री के रूप में 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाली दूसरी व्यक्ति तथा पहली महिला थीं।