आज जिस प्रकार से टेक्नोलॉजी काफी तेजी से विकसित हो रही है उससे कई प्रकार की नई-नई चीज निर्माण हो रहा है। टेक्नोलॉजिकल स्तर पर यदि हम देखें तो टेक्निकल घड़ी, व पर्स भी बनाए जा चुके है।
घड़ी पहनने का ट्रेंड हमेशा से लोगों के बीच रहा है कुछ लोगों को तो घड़ी पहनने का बहुत ही ज्यादा शौक होता है। आजकल कई प्रकार की घड़ियां आई हैं जिनमें आप अलार्म सेट कर सकते हैं एवं अपने हार्टबीट को भी चेक कर सकते हैं। परंतु आज हम आपको एक ऐसी घड़ी के विषय में बना बताने वाले हैं जो की उल्का पिंडों से बनी है आईए जानते हैं कि क्या है इसकी खास बात –
आम नहीं,बल्कि है खास :उल्का पिंडों से बनी यह घड़ी…
कुछ लोग तो घड़ी पहनना इतना पसंद करते हैं कि लाखों की घड़ी पहन डालते हैं हम आपको बता दे कि स्विट्जरलैंड की कंपनी एटीलियर्स लुइस मोइनेट से ने ऐसी ही घड़ी बनाई है जिसकी कीमत दो करोड रुपए है इसका नाम कॉस्मोपोलिस रखा गया है । इसमें अलग-अलग उल्कापिंडों के पैटर्न हैं जो इसके चेहरे पर बने हैं।”
घड़ी की खास बात..
- इस घड़ी में उल्का पिंडों के टुकड़े लगाए गए हैं यह उल्का पिंड चांद से लेकर मंगल ग्रह व अंतरिक्ष के कोने-कोने से धरती पर आकर गिरे थे।
- इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है क्योंकि इस प्रकार की यह पहले घड़ी बनाई गई है
- इस घड़ी को बनाते समय विशेष सावधानी बरती गई है क्योंकि इसमें 18 कैरेट रोज गोल्ड के केस के रूप में चुना गया है।
- इस घड़ी को डिजाइन करने से पहले उल्का पिंडों को घड़ी के आकार में काटा गया एक्सपर्ट डेनियल होश बताते हैं कि इस विशेष तरह से बनाया गया है।
- इस घड़ी को बनाने में काफी समय लगा और इसकी कीमत दो करोड रुपए है।
- इस घड़ी को बनाने में 12 उनका पिंडों के टुकड़े लगाए गए हैं। यह उल्का पिंड विशेष प्रकार की जानकारी भी देते हैं।
इससे पहले उल्का पिंड से पर्स का हुआ निर्माण…
हम आपको बता दे की घड़ी बनाने के पहले उनका पिंड से अनोखा प्रकार का पर्स बनाया जा चुका है ।
इस पर्स को कॉपर्नी नाम की फ्रेंच कंपनी ने बनाया था। स्पर्श की कीमत कल 35 लख रुपए है एवं इसका वजन 2 किलो है।