Russia Ukraine conflict: जंग के 17 वे दिन रूस और यूक्रेन दोनों तरफ से नरमी के संकेत मिले रूस ने राजधानी कीव समेत छह शहरों में 12 घंटे की सीजफायर का ऐलान किया जिसे जिसे यूक्रेन का भी समर्थन मिला। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक इंटरव्यू में कहा कि हमने अब नाटो में शामिल होने के बारे में सोचना बंद कर दिया है क्योंकि नाटो यूक्रेन को स्वीकार नहीं करेगा। हम रूस समर्थक दोनेत्सक व लुहांतसक की स्थिति पर भी समझौते को तैयार है । इन बातों को रूस को शांत करने की कोशिश के रूप में देखा गया क्योंकि यह मुद्दा ही जंग की जड़ रहे हैं।
भारतीयों के अलावा अन्य देशों के नागरिकों को भी निकाला गया बाहर
हम आपको बता दें कि भारत ने पाकिस्तान ,बांग्लादेश व नेपाल के लोगों को भी वहां से निकालने का पूरा प्रयास किया है। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का लगातार प्रयास जारी है।
यूक्रेन की सुमी शहर से सुरक्षित निकाले गए लगभग 700 भारतीय छात्रों का जत्था अलतावा से एक विशेष ट्रेन में सवार हो चुका है । यह सभी विद्यार्थी अपने देश आने के लिए बहुत परेशान थे क्योंकि वहां की समस्याओं को देखते हुए वहां पर रुकना अब आसान नही था। यूक्रेन में लगातार फायरिंग हो रही है जिससे कई लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
माना जा रहा है कि सभी भारतीय पोलैंड से भारत के लिए उड़ान भरेंगे यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने ट्वीट करके कहा-“बच्चे विशेष ट्रेन पर सवार हो गए हैं। जिसकी व्यवस्था यूक्रेन प्रशासन के सहयोग से की गई है। भारतीयों का ऑपरेशन गंगा चलाने का प्रयास सफल हो रहा है जिससे वहां के भारतीयों को वापस अपने वतन लाने काम सफलतापूर्वक हो पा रहा है।
भारत ने ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों के अलावा बांग्लादेश ,नेपाल ,पाकिस्तान और ट्यूनीशिया के लोगों को भी निकाला है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जान सभी की प्यारी होती है सभी नागरिकों की रक्षा और सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है
निकले गए नागरिकों में से एक पाकिस्तान की आसमा सफीक भी हैं जिन्होंने भारतीय दूतावास और पीएम मोदी को शुक्रिया कहा ।
“बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी भारतीय प्रधानमंत्री मोदी जी को धन्यवाद बोला” ।