IAS बनने का सफर संघर्ष भरा हो सकता है, लेकिन ये भी मानना होगा कि कुछ बड़ा पाने के लिए संघर्ष भी बड़ा होगा। सकारात्मक सोच के साथ आप किसी भी परीक्षा की तैयारी करके उसे पास कर सकते हैं। इसी सोच के साथ आईएएस की तैयारी शुरू की (IAS Neha Kumari) बिहार की नेहा कुमारी ने, तैयारी के प्रति उनका सफर आज कई युवाओं के लिए प्रेरणा है, आइये पढ़ें आईएएस नेहा कुमारी की सक्सेस स्टोरी….
लक्ष्य के प्रति बड़े ईमानदार
कुछ लोगों में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का इतना जुनून होता है, कि वे अपनी मेहनत की दम पर कम उम्र में ही बड़ी उपलब्धि हासिल कर लेते हैं, और ऐसी कहानियां ज्यादा प्रेरणादायक होती हैं। इसी तरह की एक कहानी है बिहार के एक छोटे से जिले की युवती नेहा कुमारी की, जो कि BHU में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं और आगे चलकर बिहार कैडर की आईएएस अधिकारी बनीं। नेहा कुमारी ने पढ़ाई इमानदारी से किया है किसी की दिखावे में नहीं बल्कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए दिलो जान से लगी रही।
पढ़ाई लिखाई सिर्फ सर्टिफिकेट पाने के लिए ना करें
साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद नेहा पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहीं, उनका मानना था कि पढ़ाई लिखाई सिर्फ सर्टिफिकेट उठाने के लिए नहीं करनी चाहिए। उनकी इसी नायाब सोच ने उन्हें खूब आगे बढ़ाया, वे जानती थीं कि औसत पढ़ाई औसत करियर का मार्ग बन सकती है, ऐसे में उन्होंने कड़ी मेहनत करके हमेशा अच्छे नंबर बटोरे।
BHU से बनी गोल्ड मेडलिस्ट
नेहा कुमारी ने स्कूलिंग के बाद बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में प्रवेश लिया, पढ़ाई के प्रति उनके जुनून ने उन्हें गोल्ड मेडलिस्ट बनाया। BHU के 99वें दीक्षांत समारोह में नेहा को कुलपति से गोल्ड मेडल मिला। हालांकि वे यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने इसी संस्थान से मास्टर्स पूरा किया। इसके बाद नेट-जेआरएफ क्लियर करके पीएचडी में प्रवेश लिया।
शुरू हुआ यूपीएससी का सिलसिला
पीएचडी करने के बाद नेहा कुमारी ने UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की। वे जानती थी कि भारत की सबसे कठिन परीक्षा में से एक यूपीएससी सीएसई को पास करने के लिए एक सटीक टाइम टेबल की जरूरत है, उन्होंने ईमानदारी से टाइमटेबल बनाया उसे फॉलो किया, और आईएएस बनने का सपना पूरा किया।
पहले ही बार में पूरा किया सपना पास की यूपीएससी परीक्षा, बनी IAS
नेहा कुमारी को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज में 916वीं रैंक प्राप्त हुई। (Bihar Young IAS Neha Kumari) प्रशिक्षण के बाद उन्हें बिहार के स्वास्थ्य विभाग में विशेष कार्य पदाधिकारी के पद पर पोस्टिंग मिली।
ऐसे बीता नेहा कुमार का जीवन
बिहार की धरती से एक से एक प्रतिभाएं सामने आती रही हैं, (IAS Neha Kumari Bihar) यहां मधेपुरा की रहने वाली नेहा कुमारी ने लोकल क्षेत्र से स्कूलिंग पूरी की। इसके बाद सेकेंडरी लेवल की पढ़ाई के लिए उन्होंने मनहरा स्थित नवोदय विद्यालय में एडमिशन लिया।
नेहा कुमारी ने अपने बेहतर प्रयास और लगन से यूपीएससी परीक्षा पास करके जिला कलेक्टर बनी।
कहते हैं यदि हम मेहनत अच्छी हो तो सफलता कदम जरूर सुनती है इसलिए सभी दोस्तों को हमारी यही सारा है कि बिना हिम्मत हारी पूरी लगन से मेहनत करें और आप भी बड़ा मुकाम हासिल करें और ऐसी ही मोटिवेशनल जीवंत कहानियों के लिए जुड़े रहिए हमारे इंडिया मित्र के साथ।