Ramgarh Vishdhari Tiger Reserve
राजस्थान राज्य सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी किया गया है जिसके तहत वहां पर देश का चौथा बाघ अभ्यारण बनाया गया। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से राजस्थान के रामगढ़ विषधारी अभ्यारण को देश का 52वा वा राजस्थान का चौथा बाघ अभ्यारण घोषित किया।
वर्तमान समय में राजस्थान में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व तथा रणथंभोर , सरिस्का टाइगर रिजर्व है। रामगढ़ विषधारी अब यहां का चौथा टाइगर रिजर्व घोषित हो गया है । अधिसूचना जारी होने से यहां रहने वाले बाघो के लिए उचित वातावरण के साथ विस्तार किया गया।
विषधारी टाइगर रिजर्व की खासियत इसका पारिस्थितिकी तंत्र और बाबू के अनुकूल वातावरण है साथ ही यहां पर अनेक प्रकार जानवरो जैसे भेड़िए, तेंदुआ, धारीदार लकड़बग्घा ,भालू ,सुनहरी सियार, चिंकारा, नीलगाय और लोमड़ी जैसे जंगली जानवरों के लिए भी यह स्थान आदर्श माना जाता है।
क्षेत्र के टाइगर रिजर्व घोषित हो जाने से जैव विविधता के संरक्षण के साथ क्षेत्र में रहने वाले जंगली जीवों की आबादी को भी संरक्षण मिलेगा एवं इससे स्थानीय स्तर पर यह क्षेत्र पारिस्थितिकी पर्यटन और विकास की नई इबारत लिखने में सक्षम होगा।
यह अभ्यारण बाघ संरक्षण के अलावा पारस की तंत्र के साथ पुष्प जातियों के लिए प्रसिद्ध है अर्थात फ्लोरा और फैना दोनों के लिए सर्वथा उचित है।
जाने वर्तमान में देश में कुल कितनी है बाघों की संख्या?
भारत के कई राज्यों में बाघों को सुरक्षित करने के लिए वहां पर बाघ अभ्यारण टाइगर रिजर्व क्षेत्र बनाए गए हैं। जिसमें सबसे प्राचीन कार्बेट नेशनल पार्क है ,जिसे हेली टाइगर रिजर्व के नाम से भी जाना जाता है ।इसकी स्थापना 1936 में हुई थी जहां पर बाबू को संरक्षित किया गया इसके अलावा अब राजस्थान में भी रामगढ़ विषधारी को को बाघ रिजर्व क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार हम आपको बता कर आना चाहते हैं कि देश में 2019 में ज्यादा स्टेटस ऑफ टाइगर इन इंडिया रिपोर्ट के अनुसार देश भर के 20 राज्यों में इस समय 2967 बाघ हैं हालांकि इस साल में रिपोर्ट आने की संभावना है । इसमें बाघों की संख्या में और इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है