यदि आप भी लोगों को अपने विचारों और दृष्टिकोण से प्रभावित करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए सबसे पहले अपने अंदर कुछ ऐसी विशेष आदतों को विकसित करना होगा जिससे लोग प्रभावित होते हैं।
यदि आप सोचते हैं कि लोग आपसे प्यार करें तो खुद से आकर बातें करें इससे आप अपना मूल्यांकन कर पाएंगे कि आपके अंदर कौन से सकारात्मक और नकारात्मक बिंदु हैं तभी आप उन पर अच्छे से काम कर सकते हैं और उनमें सुधार ला सकते हैं।
आप कई बार ऐसे लोगों से मिले होंगे जो अपनी बातों और तौर तरीके से लोगों का दिल बहुत ही बखूबी ढंग से जीत लेते हैं । ऐसे लोग जहां कही भी जाते हैं तो वे अपना पॉजिटिव प्रभाव वहां डाल कर आते हैं और ऐसे लोग हर महफिल की जान बन जाते हैं।
अगर आप भी ऐसी पर्सनालिटी चाहते हैं तो हम आपको कुछ ऐसे मनोवैज्ञानिक तरीके यानी साइकोलॉजिकल ट्रिक्स बताने जा रहे हैं जिन्हें आप अलग-अलग परिस्थितियों में इस्तेमाल करके सकते हैं और लोगों को प्रभावित कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण 5 साइकोलॉजिकल ट्रिक्स
आइए जानते हैं पांच महत्वपूर्ण साइकोलॉजिकल ट्रिक्स के बारे में , जिनको अपनाकर आप एक बेहतर से बेहतरीन इंसान बन सकते हैं: –
- आई कॉन्टैक्ट
- बैठने का ढंग
- बात करने का तरीका
- कुशल व्यक्ति
- सत्य का साथ दे
- व्यक्ति में आत्मविश्वास
- बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें
- यक्तित्व
- दृष्टिकोण, सकारात्मकता
- शब्दावली और बात करने में स्पष्टता
आई कॉन्टैक्ट
* अपने दृष्टिकोण और व्यक्तित्व से लोगों को प्रभावित करने का सबसे बेहतरीन तरीका यह है कि जब आप किसी से मिले तो उसकी आंखों में आंखें डाल कर बात करें यानी आपका आई कांटेक्ट बना रहना चाहिए, इससे सामने वाले पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। ऐसा करने से आप लोगों को पसंद आएंगे लेकिन आप में शालीनता अवश्य दिखनी चाहिए
बैठने का तरीका
किस दिन मिलती वक्त झुकना बैठे हैं बल्कि चेयर कुर्सी पर तन कर बैठना चाहिए पैरों को उपर नीचे रखने के बजाय नीचे की और हल्का सा मोड़ते हुए या सीधी रखें। इस स्थिति में व्यक्ति से बात करते समय बार-बार अपनी घड़ी की ओर ना देखें इसका बहुत ही नेगेटिव प्रभाव पड़ता है सामने वाले व्यक्ति को ऐसा महसूस होता है कि आप उसकी बाद में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
बात करने का तरीका
यदि आप किसी से मिले और आप अपने बारे में उसे कुछ बताना चाहते हैं तो सबसे पहले उसकी बातों को जरूर सुने क्योंकि एक अच्छा श्रोता ही अच्छा वक्ता बन सकता है क्योंकि ऐसा करने से सामने वाले को ऐसा लगता है कि आप उसकी बातों को ध्यान दे रहे हैं और उसमें दिलचस्पी ले रहे हैं। उसके बोलने के बाद ही अपने विचारों को उसके समक्ष नम्रता के साथ रखें।
कुशल व्यक्ति
व्यक्ति को हर तरीके से सक्षम होना चाहिए उसका संप्रेषण के भाव से मेल खाता होना चाहिए उसके शरीर के हाव-भाव और भाषा मुखर स्पष्ट होनी चाहिए।
सत्य का साथ दें
यदि आप चाहते हैं कि लोगों पर आपका अच्छा प्रभाव पड़े तो आपको झूठ घुमा फिरा कर बातें नहीं करनी चाहिए अच्छा प्रभाव पड़ने के लिए व्यक्ति को सकारात्मक सोच के साथ में सच बोलना चाहिए क्योंकि सौ झूठ बोलने से कई गुना ज्यादा बेहतर है एक सच बोलना,क्योंकि सच बोलने के लिए व्यक्ति को सोचना नहीं पड़ता है।
व्यक्ति में आत्मविश्वास
व्यक्ति का आत्मविश्वास उसका प्रथम दर्पण होता है क्योंकि जब वह किसी से मिलता है तो उसके आत्मविश्वास के द्वारा ही उसके विचारों और उसकी सोच का पता चलता है पति का आत्मविश्वास होना चाहिए क्योंकि आपका आत्मविश्वास ही आपको जिता सकता है। जिंदगी के किसी भी कठिन से कठिन परीक्षा में आपको विजय बनाकर के आगे बढ़ा सकता है। आत्मविश्वास के साथ किया गया संप्रेषण अत्यंत प्रभावी होता है। क्योंकि कभी भी व्यक्त नहीं जीतता है बल्कि जीतते हैं उसके हौसले उसका विश्वास उसका आत्मविश्वास।
बॉडी लैंग्वेज पर दे ध्यान
प्रत्येक व्यक्ति किस के शब्दों से ज्यादा बॉडी लैंग्वेज बहुत कुछ मायने रखती है कभी-कभी लोगों को बोलने की जरूरत ही नहीं पड़ती है उनके हाव-भाव उनकी बॉडी लैंग्वेज से पूरे व्यक्तित्व का परिचय मिल जाता है इसलिए किसी से बातचीत करते समय अपनी बॉडी लैंग्वेज का विशेष ध्यान रखें । आप जब किसी व्यक्ति को अपनी बात समझाने की कोशिश करते हैं और साथ ही लोगों के फैसले को प्रभावित करती हैं तो जो व्यक्ति आप आता है उस पर भरोसा किया जा सकता है।
व्यक्तित्व
प्रत्येक रक्त में कुछ न कुछ विशेषताएं होती हैं जरूरी नहीं सभी में एक जैसी विशेषताएं हो परंतु उसका प्रभाव बहुत अधिक पड़ता है मनोवैज्ञानिक रूप से व्यक्तित्व का अर्थ व्यक्ति के गुणों को शामिल किया गया है व्यक्ति का व्यक्तित्व बेहतर होना अति आवश्यक है क्योंकि इसी से व्यक्ति के अक्षमता की पहचान होती है। कभी कहते हैं “जिसका जैसा व्यक्तित्व होता है उसका वैसा चरित्र होता है”सदैव सकारात्मक बने रहना चाहिए”
व्यक्ति का दृष्टिकोण और सकारात्मक विचार
व्यक्ति का दृष्टिकोण स्पष्ट होना चाहिए और आपके विचारों में भी स्पष्टता होनी चाहिए एक सफल व्यक्ति की तरह सकारात्मक सोच रखनी चाहिए जिसका लोगों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
व्यक्ति के आचार ,विचार उसके व्यवहार क्रिया और गतिविधियों के माध्यम से उसके व्यक्तित्व स्पष्ट पता चलता है पृथ्वी के दृष्टिकोण से व्यक्तित्व पास के वातावरण का बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है।
शब्दावली और बोलने में स्पष्टता
जब किसी से मिले तो उससे बात करती हो बात हमारी शब्द स्पष्ट होने चाहिए बार-बार एक बात को दोहराने से उसका बहुत ही नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उसके लिए हमें एक बार में स्पष्ट बात करनी चाहिए जिसे सामने वाला आसानी से समझ सके । बहुत ज्यादा हिंदी के भारी-भरकम शब्दों का प्रयोग ना करते हुए सामान्य शब्दों का ही प्रयोग करना चाहिए