जगदीश धनखड़ भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुने गए । उन्होंने 11 अगस्त 2022 को भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लिया है। उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे।
इन्होंने कुल मतों में से 528 मत प्राप्त किए और भारत के 14 वे उप राष्ट्रपति के रूप में चुने गए जबकि इनकी विपक्षी उम्मीदवार रही मार्गरेट अल्वा के 182 मत प्राप्त हुए। सुश्री अल्वा जो पूर्व केंद्रीय मंत्री और 5 बार कांग्रेस सांसद रही हैं उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार थी।
उपराष्ट्रपति का शपथ
आपको बता होगा कि जगदीप धनखड़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के लिए उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे ।उन्हें उपराष्ट्रपति के पद पर नियुक्ति के पश्चात 11 अगस्त को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 69 के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू द्वारा शपथ दिलाई गई ।इन्होंने मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की जगह लिया। इनका कार्यकाल 11 अगस्त से 5 वर्ष के लिए है भारत के उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं परंतु जब वे राज्यसभा के के राज सभा के सभापति के रूप में कार्यरत होते हैं तो उन्हें वेतन राजसभा के सभापति होने का ही मिलता है।
राष्ट्रपति के पद के बाद भारत के उपराष्ट्रपति का पद देश का दूसरा सबसे सर्वोच्च संवैधानिक पद माना जाता है वह राज्यसभा का पदेन सभापति भी होता है। जब राष्ट्रपति अपने पद पर नहीं होते हैं , उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति के जगह कार्य करते हैं उस वक्त उनको वेतन राष्ट्रपति के पद पर होने का मिलता है।
कौन है जगदीप धनखड़
जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के किठाना गांव में हुआ था उन्होंने अपने प्राथमिक शिक्षा स्कूली शिक्षा दिनों में पूरी की और उसके बाद सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में फुल मेरिट स्कॉलरशिप दाखिला लिया ग्रेजुएशन की बात करें तो धनखड़ के पास एलएलबी की डिग्री के साथ फिजिक्स में डिग्री है। उन्होंने राजस्थान उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय मे 40 वर्षों तक अभ्यास किया। यानी कि वे एक विशिष्ट और प्रतिभावान वकील भी हैं। जगदीप धनखड़ आईसीसी इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं।