हनुमान जयंती का पर्व भगवान हनुमान जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए आपके सभी प्रश्नों के उत्तर एक-एक करके जानते हैं:
1. हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती है?
हनुमान जयंती भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह दिन उनके बल, भक्ति, ज्ञान और सेवा भावना को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड आदि का पाठ करते हैं।
2.जयंती मनाने का कारण क्या है?
हनुमान जी भगवान राम के अनन्य भक्त, अत्यंत शक्तिशाली, बुद्धिमान और वीर थे। उन्होंने धर्म की रक्षा में बड़ी भूमिका निभाई थी। इसलिए उनकी जयंती पर लोग उन्हें याद करते हैं और उनसे शक्ति, बुद्धि, साहस और भक्ति की प्रेरणा लेते हैं।
3. हनुमान जी का जन्म कब हुआ था?
हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को हुआ था। यह तिथि हिन्दू पंचांग के अनुसार आती है और इसी दिन को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। कुछ स्थानों पर कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भी हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है, लेकिन सामान्यतः चैत्र पूर्णिमा को ही मान्यता प्राप्त है।
4. उनके माता-पिता का नाम क्या था?
- माता का नाम: अंजनी
- पिता का नाम: केसरी
हनुमान जी को “अंजनेय” (अंजनी पुत्र) और “केसरी नंदन” (केसरी पुत्र) भी कहा जाता है।
इन्हें पवन पुत्र भी कहा जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि वायु देव (पवन देवता) ने उन्हें जीवनदान दिया था।
हनुमान जी को क्यों पूजा जाता है?
हनुमान जी को उनकी विशेषताओं के कारण पूजा जाता है:
- वे रामभक्ति के प्रतीक हैं।
- वे संकट मोचक हैं – भक्तों के कष्ट दूर करते हैं।
- वे अष्ट सिद्धियों और नव निधियों के दाता हैं।
- वे शक्ति, साहस, बुद्धि, भक्ति और निष्ठा का प्रतीक हैं।
- भक्तों का विश्वास है कि उनकी पूजा से भूत-प्रेत, नकारात्मक ऊर्जा, भय और रोग दूर होते हैं।