चैटबोट दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमे पहला शब्द है Chat अर्थात किसी से बातचीत करना और दूसरा शब्द है Bot जिसका अर्थ होता है कोई रोबोटिक मशीन या कोई सॉफ्टवेयर।
अर्थात ऐसी कोई रोबोटिक मशीन या सॉफ्टवेयर जिससे हम बात कर सकते हैं। ऐसी मशीन को चैट बोचैटबोट कहा जाता है।
कौन है सैम ऑल्टमैन?
चैट बोर्ड जीपीटी इन दिनों काफी चर्चा में है यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से परिपूर्ण एक चैट बोर्ड को बनाने वाली कंपनी है ,जिसके मालिक सैम वॉल्टमैन है। सेम ऑल्टमैन इस कंपनी के मालिक हैं जो कि यूनिवर्सिटी ड्रॉपआउट स्टूडेंट हैं ,ओपन एआई नाम की कंपनी ने यह चैट बोट पेश किया है । जिसके मालिक सैम आल्टमैन की कहानी बड़ी ही रोचक और दिलचस्प है। आइए जानते हैं इनके बारे में
अमेरिका के मिजुआरी में जन्मे ऑल्टमैन ने साल 2005 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस के छात्र थे। उसी पढ़ाई के दौरान इन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा करते हुए पढ़ाई से ड्रॉपआउट ले लिया क्योंकि इनका मन ज्यादा पढ़ाई में नहीं लगता था। पढ़ाई छोड़ने के बाद इन्होंने अपनी एक कंपनी loopt बनाई जो कि इनकी पहली कंपनी थी। उस वक्त लूट स्मार्टफोन यूजर्स को दूसरों तक अपनी लोकेशन शेयर करने की सुविधा देती थी यानी कि यह उस समय का सबसे बेहतरीन सॉफ्टवेयर के तरीके से प्रयोग किया जाता था।
7 साल बाद उन्होंने इसे ग्रीन डॉट कारपोरेशन को 4.34 करोड़ों डॉलर में बेच दिया। समय बीतता गया और वर्ष 2011 में आल्टमैन ने स्टार्टअप एक्सीलेटर कंपनी वाई कॉम्बिनेटर के साथ बतौर पार्ट टाइम पार्टनर के रूप में जुड़ गए।
ऑल्टमैन कि काम को देखते हुए मात्र 3 वर्षों में ही इन इस कंपनी के प्रेसिडेंट बना दिया हम आपको बता दें कि कड़ी मेहनत और लगन के कारण वर्ष 2015 में सैम ऑल्टमैन दुनिया की फोर्ब्स की अंडर 30 इन्वेस्टर सूची में टॉप पर आ गए। यान के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी इसके बाद ऑल्टमैन अरबपति एलन मस्क अन्य आंत्रप्रेन्योर के साथ मिलकर 2015 में ओपन ए आई कंपनी की स्थापना ।
क्या है ओपन एआई कंपनी?
ओपन एआई कंपनी सैम ऑल्टमैन और एलन मस्क द्वारा मिलकर बनाई गई एक कंपनी है। इस कंपनी को बनाने का मकसद था कि ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित की जाए ,जिससे सभी लोग के साथ काम किया जा सके और जो सभी के काम आ सके। जब से ओपन एआई की स्थापना हुई है, ऑल्टमैन और उनकी टीम जीपीटी 3 को रिलीज कर चुकी है ।
यह एक लैंग्वेज मॉडल है जिसे इंटरनेट पर उपलब्ध खरबों शब्दों पर महारत हासिल है । हाल ही में ऐलान किया गया था कि GPT-3 माइक्रोसॉफ्ट बिजनेस कस्टमर्स के लिए उपलब्ध है । ऑल्टमैन बीएनबी, रेडिट, असाना और pintrest में निवेशक भी हैं । हम आपको बता दें कि वर्ष 2014 में 8 दिनों के लिए रेडिट के सीईओ भी रह चुके हैं।